नई दिल्ली: कासगंज दंगे को लेकर बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह के फेसबुक पोस्ट पर योगी सरकार ने कड़ा ऐतराज जताया है. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने डीएम के पोस्ट को सियासी बयानबाजी बताते हुए कार्रवाई करने की बात कही है.


डीएम ने हटाई विवादित पोस्ट
डीएम आर विक्रम सिंह ने अपनी विवादित पोस्ट हटा ली है. उन्होंने एक नई पोस्ट में लिखा, "हम आपस में चर्चा इस लिए करते हैं कि हम बेहतर हो सकें . ऐसा लगता है कि इस से बहुत से लोगों को आपत्ति भी है और तकलीफ भी .हमारी मंशा कोई कष्ट देने की नही थी.''


क्या बोले केशव मौर्य?
केशव मौर्य के मुताबिक डीएम विक्रम सिंह ने किसी सियासी पार्टी के प्रवक्ता की तरह बयानबाजी की है. इससे गलत संदेश गया और सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी. मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी.


डिप्टी सीएम ने इसे अनुशासनहीनता माना है और कहा है कि अगर कोई संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति करेगा तो मुझे ज़्यादा बेहतर सियासत आती है. केशव मौर्य के इस बयान के बाद बरेली के डीएम आर विक्रम सिंह का सस्पेंड होना या पद से हटाया जाना तय माना जा रहा है.


डीएम ने फेसबुक क्या लिखा?
"अजब रिवाज बन गया है. मुस्लिम मोहल्लों में जबरदस्ती जुलूस ले जाओ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाओ. क्यों भाई वे पाकिस्तानी हैं क्या? यही यहां बरेली में खैलम में हुआ था. फिर पथराव हुआ. मुकदमे लिखे गए.''


बयान पर डीएम ने दी थी ये सफाई
डीएम ने फेसबुक पर लिखे अपने बयान पर सफाई भी दी थी. डीएम विक्रम सिंह के मुताबिक हमारे प्रदेश का जो विकास का काम है वो रुक जाता है. इन्हीं सब चीजों की तकलीफों को मैंने फेसबुक पर बयां कर दिया. डीएम की मानें तो वो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करने की तैयारी में है.


कौन हैं डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह?
बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह 2005 के प्रमोटी आईएसए अधिकारी हैं. इससे पहले विक्रम सिंह श्रावस्ती के डीएम रह चुके हैं. डीएम विक्रम सिंह इसी साल अप्रैल में रिटायर होने वाले हैं. डीएम विक्रम सिंह ने ये विवादित पोस्ट 28 तारीख को रात 10 बजकर 25 मिनट पर लिखी थी, विवाद बढ़ने के बाद डीएम ने अब ये पोस्ट फेसबुक से हटा ली है.