लखनऊ: गैंगरेप के आरोपी अखिलेश यादव के मंत्री गायत्री प्रजापति को पुलिस अभी भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है. अब सूबे के राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर पूछा है कि आखिर गैंगरेप के आरोपी मंत्री अब तक कैबिनेट में क्यों हैं.
गवर्नर ने सीएम को लिखा, "उनका मंत्री बने रहना और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होना, लोकतांत्रिक पवित्रता, संवैधानिक ईमानदारी और नैतिकता पर सवाल खड़े करता है."
गायत्री प्रजापति के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी, पासपोर्ट भी जब्त
बलात्कार के आरोपी यूपी के फरार मंत्री गायत्री प्रजापति का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है. गायत्री की तलाश में लगी पुलिस ने सभी हवाई अड्डों को एलर्ट कर दिया है ताकि 49 वर्षीय सपा नेता देश छोडकर बाहर नहीं भागने पाये. लुक आउट नोटिस के साथ ही लेटर आफ कैंसलेशन भी भेजा जाएगा. अगर गायत्री किसी एयरपोर्ट पर पहुंचते हैं तो कम्प्यूटर खुद ही अलर्ट कर देगा.
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही गायत्री प्रजापति के खिलाफ केस दर्ज किया गया.
अमेठी से विधायक गायत्री अपने क्षेत्र में मतदान के बाद से फरार हैं. शनिवार को गायत्री और 6 अन्य के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया. अखिलेश यादव ने वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता के शो वॉक द टॉक में कहा था कि गायत्री प्रजापति तुरंत सरेंडर करें.
क्या है पूरा मामला?
गायत्री प्रजापति पर रेप और गैंगरेप का आरोप लगने के बावजूद यूपी पुलिस ने उसके खिलाफ 17 फरवरी को तभी मामला दर्ज किया जब सुप्रीम कोर्ट ने उसे फटकार लगाई. केस दर्ज होने के बाद भी गायत्री प्रजापति 27 फरवरी तक अपने चुनाव क्षेत्र अमेठी में आराम से घूमता रहा और अब पुलिस उसे फरार बता रही है. पीड़ित महिला के मुताबिक गायत्री प्रजापति और उसके साथियों ने उसके साथ गैंगरेप के बाद उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी बलात्कार की कोशिश की थी.