IT Raid In UP: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता और उनके सहयोगियों पर आयकर छापों (Income Tax Raid) के दौरान बड़े खुलासे हुए हैं. आयकर विभाग (Income Tax Department) को अब तक की जांच के दौरान 800 करोड़ रूपये से ज्यादा की कर चोरी घोटाले की जानकारी मिली है. साथ ही छापों के दौरान एक अहम डायरी भी बरामद हुई है जिसमे रिश्वत लेनदेन का ब्यौरा है. आयकर विभाग की रिपोर्ट के बाद इस मामले में मनी लांड्रिग एक्ट (Money Laundering Act) फेमा (FEMA) समेत बेनामी संपत्ति एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हो सकते हैं. साथ ही इन छापों से समाजवादी पार्टी के आलाकमान तक जांच की आंच पहुंच सकती है.


SP नेताओं के ठिकानों पर आयकर विभाग के छापे


आयकर विभाग  (Income Tax Department) ने पिछले सप्ताह समाजवादी पार्टी के कई करीबी लोगों और नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की थी इनमें पार्टी के प्रवक्ता राजीव राय (Rajiv Rai) समेत अखिलेश मुलायम के करीबी कहे जाने वाले जेनेन्द्र यादव (Jainendra Yadav) मनोज यादव (Manoj Yadav), राहुल भसीन, जगत सिंह आदि के नाम शामिल थे. आयकर विभाग ने ये छापेमारी लगभग 200 करोड़ रुपये की कर चोरी के आरोप मे की थी लेकिन जैसे ही छापेमारी का पहला दौर खत्म हुआ कई बड़े खुलासे हुए हैं जिसमें सबसे बड़ा खुलासा यह है कि अब तक की जांच के दौरान 800 करोड़ रुपये की कर चोरी घोटाले का पता चला है.


सूत्रों ने बताया कि इन छापों के दौरान आयकर विभाग (Income Tax Department) को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के एक करीबी के पास से एक अहम डायरी बरामद हुई है. इस डायरी में उत्तरप्रदेश के कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों का ब्यौरा है जिन्हें रिश्वत दी जाती थी. साथ ही एक करीबी के यहां पड़े छापे के दौरान समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता की लंदन यात्रा संबंधी टिकट और सपा के फंड संबंधी जानकारियां हैं. इन जानकारियों को डिलीट करने की भी कोशिश की गयी है. सूत्रो के मुताबिक इन इलेक्ट्रानिक डिवाइसों को जांच के लिए फॉरेंसिक विभाग भेजा जा रहा है जिससे पता चल सके कि क्या क्या डाटा डिलीट किया गया था. विभाग को उम्मीद है इस दौरान अनेक बड़े खुलासे होगें. ध्यान रहे कि इन छापों के दौरान एसपी प्रवक्ता द्वारा कहा गया था कि उनके यहां से मात्र 17 हजार रुपये बरामद हुए हैं. 


आयकर विभाग का अधिकारिक तौर पर दावा है कि इस मामले मे जिन भी सपा नेताओं के यहां छापा मारा गया है उनमें से कुछ के पास से करोडों रुपये और कुछ के पास से सैकड़ों करोड़ रूपये घोटाले के दस्तावेज बरामद हुए हैं और उनमें से एक मनोज यादव ने आरंभिक बयानों के दौरान 68 करोड़ रुपये की करचोरी स्वीकार भी कर ली है और उसका जुर्माना देने को भी तैयार हैं. आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक अखिलेश के करीबी कहे जाने वाले शख्स ने दिल्ली में दो शेल कंपनियां बनाई. इन कंपनियों में 6/6 करोड़ रुपये की रकम थी. आयकर विभाग को छापे के दौरान इन कंपनियों के एड्रेस फर्जी मिले. अखिलेश के इस करीबी ने नोएडा में एक विवादित जमीन ली इस जमीन की कागजों में कीमत 92 लाख रुपए है जबकि मार्केट में उसकी वैल्यू 40 करोड़ रुपए बताई गई है.