(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मामलों में सजा दिलाने वाला नंबर 1 राज्य, यूपी पुलिस ने जारी किया आंकड़ा
UP News: फास्ट ट्रैक कोर्ट में भी सजा सुनाने के मामले में यूपी नंबर वन पर है. फास्ट ट्रैक कोर्ट यूपी में एक महीने में सबसे ज्यादा 202 सजाएं हुई हैं, जो देश में ऐसी सजाओं की कुल सजा का 67% है.
Crime Against Women: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों में उत्तर प्रदेश में देश में उच्चतम सजा दर 59.1% है. यह राष्ट्रीय औसत 26.6% के दोगुने से भी अधिक है. इस मामले में बिहार दूसरे, राजस्थान तीसरे नंबर पर है. इस बात की जानकारी शनिवार को यूपी पुलिस ने दी. इस दौरान यूपी पुलिस ने अन्य राज्यों की तुलना में यूपी की एक रिपोर्ट पेश की.
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों को निपटाने के मामले में यूपी के बाद बिहार 53.1% के साथ दूसरे स्थान पर है, इसके बाद राजस्थान 45.2% और मध्य प्रदेश 33.5% हैं. रिपोर्ट के अनुसार, यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 7,713 मामलों में सजा दी गई, जो पूरे देश में सजा के 22,874 मामलों में से एक तिहाई है. दूसरे स्थान पर राजस्थान है जहां 4180 मामलों में सजा दी गई और मध्य प्रदेश ने 4057 मामलों में सजा दी.
देश में पहले नंबर पर रहा यूपी
यूपी पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आशुतोष पांडे ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि 2021 में आईपीसी और एसएलएल ((Special and Local Law)) अपराधों के लिए विभिन्न अदालतों द्वारा मुकदमे के मामलों को पूरा करने के लिए यूपी देश में पहले स्थान पर रहा.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में केवल एक महीने में जिला और सत्र अदालतों में 1,310 मामलों में सजा दी गई, जो देश में सबसे अधिक है. दूसरे स्थान पर 803 मामलों के साथ केरल और उसके बाद 224 मामलों के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है.
फास्ट ट्रैक कोर्ट में भी सजा सुनाने के मामले में यूपी पहले पर
इसी तरह, फास्ट ट्रैक कोर्ट में भी सजा सुनाने के मामले में यूपी नंबर वन पर है. फास्ट ट्रैक कोर्ट यूपी में एक महीने में सबसे ज्यादा 202 सजाएं हुई हैं, जो देश में ऐसी सजाओं की कुल सजा का 67% है. दूसरे स्थान पर 72 मामलों के साथ आंध्र प्रदेश और तीसरे स्थान पर 10 मामलों के साथ तमिलनाडु है.
महिलाओं के खिलाफ अपराध में भी नंबर वन है यूपी
अगस्त में जारी एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में यूपी में महिलाओं के खिलाफ दूसरे राज्यों की तुलना में सबसे अधिक 56083 मामले सामने आए. ये आंकड़े साल 2019 के (59853 मामलों) के मुकाबले भले ही कम हों पर साल 2020 के (49385 मामलों) के मुकाबले ज्यादा हैं.
पिछले 3 साल की बात करें तो एनसीआरबी के आंकड़े कहते हैं कि तीनों साल (2019,20, 21) में यूपी महिलाओं के खिलाफ अपराध में नंबर वन पर है. वहीं यदि क्राइम रेट के हिसाब से इसे देखें तो यूपी में महिलाओं के खिलाफ क्राइम रेट 50.5 है. क्राइम रेट में सबसे ऊपर असम 168.3 और सबसे नीचे नागालैंड 5.1 है.
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