अयोध्या: अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद एक तरफ़ मंदिर निर्माण को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं, वहीं दूसरी तरफ़ अयोध्या के उज्जवल भविष्य को देखते हुए ज़मीन की मांग में जबरदस्त तेज़ी देखने को मिली है. अयोध्या में वर्तमान में औसतन हर रोज़ 10 हज़ार लोग रामलला का दर्शन करने आते हैं. अब कोर्ट के फ़ैसले के बाद जब राम मंदिर निर्माण हो जाएगा तब प्रतिदिन 50 हज़ार श्रद्धालु अयोध्या आ सकते हैं. ऐसे में होटल, रेस्टोरेंट और ढाबे समेत अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान शुरू करने के लिए लोग जल्द से जल्द अपना पैसा अयोध्या में निवेश करना चाहते हैं.
अयोध्या में जिसके पास ज़मीन है, वो फ़िलहाल शांति से बैठकर भविष्य की गतिविधियों का इंतज़ार कर रहे हैं. वहीं अयोध्या और आसपास के शहरों के व्यापारी दिमाग के लोग प्रॉपर्टी डीलर्स से संपर्क कर उनसे ज़मीन दिलाने की मांग कर रहे हैं. राम मंदिर के अलावा एयरपोर्ट, रामायण कॉरिडोर, सरयू किनारे भगवान राम की भव्य प्रतिमा, सरयू पार विकास की परियोजनाओं समेत जो अन्य परियोजनाओं पर भविष्य में काम होना है, उसकी वजह से लोगों को उम्मीद है कि अभी की तुलना में भविष्य में अयोध्या में ज़मीन की कीमतें आसमान छूने लगेंगी. ऐसे में लोग तुरंत कम पैसों में ज़मीन लेकर भविष्य में व्यवसाय खोलने पर विचार कर रहे हैं.
बीते 20 सालों से अयोध्या में प्रॉपर्टी डीलर का काम करने वाले फतेह बहादुर वर्मा ने बताया कि फ़ैसले के दिन से लगातार लोगों के फोन आने लगे हैं कि अयोध्या में ज़मीन चाहिए. उन्होंने कहा कि जिसके पास जमीन है वो चुप बैठा देख रहा है. जो बाहर के लोग हैं वो होटल और ढाबे जैसी चीज़ें खोलने के लिए जमीन की मांग कर रहे हैं. फतेह बहादुर के मुताबिक़ प्रॉपर्टी का काम नोटबन्दी के बाद से ठप पड़ा था लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद अचानक इसमें बहुत ज़्यादा तेज़ी आ गई है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी एक ज़मीन 300 रुपये प्रति फुट के रेट से 6 महीने पहले बेच दी थी, जो आज 1300 से 1500 रुपये प्रति फुट बिक रही है. फतेह बहादुर उस ज़मीन को बेचने का अफ़सोस कर रहे हैं.
दो दशकों से ज़मीन की ख़रीद बिक्री का काम करने वाले संजय सिंह अयोध्या में संपत्ति की मांग में अचानक आयी तेज़ी की बात को स्वीकार करते हैं. उन्होंने बताया कि लोग निवेश के लिए जमीन चाहते हैं.बेचने वाले लोग फ़िलहाल शांत बैठ स्थिति समझना चाहते हैं वहीं ख़रीदने वाले जल्दी जल्दी डील फाइनल करना चाहते हैं.
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