उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के ऑफिस के बाहर महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया है. पुलिस की सूझबूझ से महिला को बचाया गया. महिला गोसाईगंज की रहने वाली बताई जाती है. गोसाईगंज पुलिस से प्रताड़ित होकर महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया. महिला का आरोप है कि उसके बेटे को गोसाईगंज पुलिस ने जबरदस्ती जेल भेज दिया है. उसका कहना है, 'मेरा बेटा बिल्कुल बेकसूर है, लेकिन पुलिस ने उसे जबरन जेल भेज दिया है.'
बताया जाता है कि महिला जब बीजेपी ऑफिस के बाहर पहुंची तो वह केरोसिन से तर-बतर थी. उसको देखते ही पुलिस के जवानों ने उसे पकड़ा और आत्मदाह करने से रोक लिया. इस दौरान महिला बार-बार गोसाईगंज पुलिस पर आरोप लगाती रही. इसके साथ ही महिला ने सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई.
इस घटना ने उन्नाव सामूहिक बलात्कार पीड़िता की यादें ताजा कर दीं, जिसने 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर आत्महत्या का प्रयास किया था. महिला लखनऊ के रानीखेड़ा की रहने वाली बताई जाती है. उसका नाम राम प्यारी है. महिला ने कहा कि अगर हमारे साथ न्याय नहीं हुआ तो जान दें दूंगी. पुलिस ने महिला को अस्पताल भेज दिया है.
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