UP Mein Ka Ba: 'सरकारों को चाटुकारिता पसंद...', UP पुलिस के नोटिस पर बोलीं नेहा सिंह राठौर, जानें क्या है मामला
Neha Singh Rathore के 'यूपी में का बा' पार्ट 2 गाने को लेकर बवाल मच गया है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनको नोटिस भी थमा दिया है. उन्होंने कहा है कि वो अपनी वकील से बात करके नोटिस का जवाब देंगी.
Neha Singh Rathore Controversy: 'यूपी में का बा' गीत के कारण चर्चा में आईं भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने नोटिस भेजकर उनके नए वीडियो पर स्पष्टीकरण मांगा है. इस पूरे मामले पर एबीपी न्यूज की टीम ने उनसे बात की. नेहा सिंह राठौर का कहना है कि कानपुर देहात में जो कांड हुआ उसके बाद मैंने 'यूपी में का बा' सीजन-2 गाया. एक लोक गायिका होने के नाते मैं अपनी जिम्मेदारी समझती हूं. उन्होंने कहा, "मेरे गाने इसी तरीके से आते रहेंगे, न रुके हैं और न कभी रुकेंगे."
नेहा सिंह राठौर ने कहा, "मुझे पता है कि किस पर बोलना जरूरी है. मैंने गीत रिलीज किया और इससे UP पुलिस को लगता है कि मैंने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का काम किया है. पहले पुलिस कानपुर पहुंची और फिर यहां दिल्ली मेरे घर पर आ गए. मुझे नोटिस दिया गया और 3 दिन के लिए अंदर जवाब देने को कहा गया.
'सरकारों को चाटुकारिता पसंद है'
लोक गायिका ने कहा कि अब नोटिस का जवाब मैं अपने वकील से बात करके ही दूंगी. राठौर ने कहा कि "सरकारों को चाटुकारिता पसंद है. उनके गुणगान किया जाए उनको यह पसंद है, अगर कोई आलोचना कर दे या उनसे सवाल पूछ ले तो वो उनको पसंद नहीं है... इसलिए मुझे नोटिस देकर डराने-धमकाने का काम किया जा रहा है."
'मैं मेरे अधिकारों के बारे में जानती हूं'
नेहा सिंह राठौर ने कहा कि मैं एक लोकतांत्रिक देश में रहती हूं और मुझे पता है कि मेरे अधिकार क्या हैं. यहां मेरे पर अपनी बड़ी फौज भेज दी है. राठौर ने कहा, "मैं वकील से बात करके ही नोटिस का जवाब दूंगी. मुझे बहुत आईडिया नहीं है कि इसका प्रोसेस क्या होना चाहिए. वकील से बात करके ही मैं जवाब दूंगी."
नोटिस में क्या है?
नोटिस में कहा गया है, "आपको वीडियो के बारे में तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है. अगर आपका जवाब असंतोषजनक पाया जाता है, तो आपके खिलाफ आईपीसी/सीआरपीसी (भारतीय दंड संहिता/दंड प्रक्रिया संहिता) की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की जा सकती है."
बता दें कि राठौर ने 16 फरवरी को एक वीडियो शेयर किया था. एक मिनट नौ सेकंड के इस वीडियो में उन्होंने उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की और कानपुर देहात की उस घटना को लेकर मुख्यमंत्री के नाम का उल्लेख किया, जिसमें दो महिलाओं ने कथित रूप से अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान खुद को आग लगा ली थी.
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