लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार अपने सभी मंत्रियों और विधायकों को हाईटेक व पेपरलेस बनाने की कवाद में जुट गई है. इस बाबत सरकार की ओर से सभी मंत्रियों और विधायकों को आईपैड, टैबलेट देने की तैयारियां की जा रही हैं. सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बैठक के दौरान विधायकों व मंत्रियों को आईपैड, लैपटॉप और टैबलेट का अधिकतम प्रयोग करने की सलाह देते हुए कहा, "प्रदेश सरकार का कामकाज जल्द ही कागज-रहित होगा. इसकी शुरुआत मंत्रिमंडल के कामकाज से होगी. अगली मंत्रिमंडल की बैठक पूर्ण रूप से पेपरलेस होगी. इससे तेजी से काम होंगे और कागजी खानापूर्ति भी घटेगी."


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अपने 'दर्पण' डैशबोर्ड से सरकारी योजनाओं की प्रगति की ऑनलाइन मॉनिटरिंग पहले से ही कर रहे हैं. अब वे भाषण से ई-ऑफिस तक तकनीक का बढ़-चढ़कर उपयोग करते नजर आएंगे. मुख्यमंत्री के लिए नया डेस्कटॉप व आईपैड मंगा लिया गया है. वह अपने भाषणों के दौरान आईपैड का प्रयोग करते देखे जा रहे हैं.


योगी आदित्यनाथ अब आई पैड लेकर चलते हैं
योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम हैं. देश भर में उनकी छवि फ़ायर ब्रांड हिंदू नेता की है. वे मंच पर हों और उनके बोलने से विवाद न हो. ऐसा मुमकिन नहीं है. लेकिन अब उनकी एक और इमेज बनाई जा रही है. हाईटेक योगी आदित्यनाथ की. पहल भी खुद मुख्यमंत्री ने की है. भगवा कपड़ों में रहने वाले योगी अब आई पैड लेकर चलते हैं. योगी की आदत राज्य भर का दौरा करने की है. किसी न किसी मीटिंग के बहाने वे लखनऊ से बाहर रहते हैं. बीजेपी के स्टार प्रचारक के नाते भी वे देश भर में प्रचार पर रहते हैं


योगी आदित्यनाथ की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं. जिसमें वे आईपैड पर कुछ लिखते और पढ़ते दिख रहे हैं. ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया. आम तौर पर योगी अपना भाषण बिना लिखे ही पढ़ा करते हैं. आंकड़े भी उन्हें खूब याद रहते हैं. लेकिन इन दिनों जब वे मंच पर जाते हैं. तो आईपैड भी उनके साथ रहता है. जिसमें भाषण के ख़ास मुद्दे लिखे रहते हैं. प्लेन में या फिर गाड़ी में आते जाते वे आईपैड पर ही खबरें देख और पढ़ लिया करते हैं. उनके एक करीबी सहयोगी ने बताया कि ये सब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सीखा है. कई बार तो यात्रा के दौरान आईपैड पर ही ईपेपर देख लिया करते हैं.


योगी आदित्यनाथ ने साल भर पहले सीएम ऑफिस को पेपरलेस बनाने का आदेश दिया था. अब उनका ऑफिस ई ऑफिस बन चुका है. जिसे उनके आईपैड से जोड़ दिया गया है. योगी की यात्रा के दौरान उनके डे ऑफ़िसर उनके साथ होते हैं. जो भी ज़रूरी फ़ाईल होती है, उसे वे आईपैड पर ही पढ़ कर निपटा लेते हैं. चिट्ठियों का जवाब भी ई मेल से दे देते हैं. आईपैड से ही कई बार वे वीडियो कांफ्रेंस भी कर लेते हैं. हाल में ही कई बार पुलिस अफ़सरों से ही उन्होंने ऐसे ही मीटिंग कर ली. अधिकतर योजनाओं की मॉनिटरिंग भी वे दर्पण डैशबोर्ड से कर लेते हैं. इससे उन्हें पता चल जाता है किस योजना में कितना काम हुआ है.


सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने योजनाओं व परियोजनाओं की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए 'दर्पण' डैशबोर्ड तैयार कराया है. इसमें संचालित महत्वपूर्ण योजनाएं, परियोजनाएं व जनहित गारंटी अधिनियम व निवेश मित्र पोर्टल के जरिए तय समयसीमा में दी जाने वाली सेवाएं जोड़ी जा रही हैं. लगभग सभी प्रमुख विभागों की योजनाएं, परियोजनाएं व सेवाएं इससे जुड़ गई हैं. जो बाकी हैं, उन्हें अगले महीने तक जोड़ने का लक्ष्य है. सरकार का मानना है कि इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी.


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