नई दिल्ली: पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया विवाद में यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रज़ा ने कहा कि दानिश कनेरिया असल में दानिश नहीं बल्कि दिनेश हैं और ऐसे ही पाकिस्तानी अल्पसंख्यकों को प्रताड़ना न झेलनी पड़ी. उन्होंने कहा कि इसी के लिए भारत ने नागरिकता कानून बनाया है.
मोहसिन रज़ा ने कहा कि हिन्दू होने के नाते धार्मिक बाध्यता के चलते दिनेश उर्फ दानिश कनेरिया को अपना नाम बदलना पड़ा. उन्होंने कहा कि सिर्फ दानिश उर्फ दिनेश ही नहीं बल्कि यूसुफ योहन्ना को भी भारत आना हो तो वो आएं, उनके जैसे प्रताड़ित लोगों का भारत में स्वागत है. मोहसिन रज़ा ने कहा कि पाकिस्तान से आने वाले अल्पसंख्यकों को हम यूपी समेत पूरे देश में स्वागत करेंगे.
दरअसल पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर दानेश कनेरिया ने शुक्रवार को कहा था कि जब वह खेला करते थे तब कुछ खिलाड़ी थे जो हिन्दू होने के कारण उन्हें निशाना बनाते थे. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मैंने कभी धर्म बदलने की जरूरत या दबाव महसूस नहीं किया. स्पॉट फिक्सिंग के लिये आजीवन प्रतिबंध झेल रहा यह लेग स्पिनर शोएब अख्तर के उस बयान के बाद चर्चा में आया है जिसमें इस तेज गेंदबाज ने आरोप लगाया था कि कुछ पाकिस्तानी खिलाड़ी धर्म के कारण कनेरिया के साथ खाना खाने से भी इन्कार कर देते थे.
एक पाकिस्तानी चैनल से बात करते हुए दानिश कनेरिया ने कहा, ''मैंने कभी इसे मुद्दा नहीं बनाया. मैंने केवल उन्हें नजरअंदाज किया क्योंकि मैं क्रिकेट पर और पाकिस्तान को जीत दिलाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहता था. कनेरिया ने कहा कि मुझे हिन्दू और पाकिस्तानी होने पर गर्व है. मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि पाकिस्तान में हमारे क्रिकेट समुदाय को नकारात्मक तरीके से पेश करने की कोशिश न करें क्योंकि बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने मेरा पक्ष लिया और मेरे धर्म के बावजूद मेरा समर्थन किया.''