एमएलसी चुनाव के नामांकन को लेकर समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है. सपा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि एमएलसी चुनाव में हार के डर से भाजपा के गुंडे पुलिस और प्रशासन के संरक्षण में सपा प्रत्याशियों का दमन कर रहे हैं. सपा ने आरोप में कहा कि है कि फर्रुखाबाद में नामांकन करने पहुंचे सपा प्रत्याशी हरीश कुमार से भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की है. सपा ने कहा है कि इस मामले पर चुनाव आयोग संज्ञान ले और कठोर कार्रवाई करे.
वहीं सपा ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि बीजेपी लोकतंत्र की हत्या करने में जुटी है. पार्टी का आरोप है कि एटा से समाजवादी पार्टी के एमएलसी उम्मीदवार श्री उदयवीर सिंह के हाथों से नामांकन छीनकर सत्ता संरक्षित लोग भाग गए हैं. इस मामले में चुनाव आयोग संज्ञान ले और नामांकन की व्यवस्था की जाए.
विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी और सपा विधान परिषद चुनावों में जी जान से जुट गई है. विधान सभा की 36 सीटों पर चुनाव सिर पर आ गया है. अब विधान परिषद में भी बहुमत के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है. प्रदेश में स्थानीय निकाय कोटे की विधान परिषद की 35 सीटें हैं. इसमें मथुरा, एटा और मैनपुरी सीट से दो प्रतिनिधि चुने जाते हैं, इसलिए 35 सीटों पर 36 सदस्यों का चयन होता है.
अमूमन यह चुनाव विधानसभा के पहले या बाद में होते रहे हैं. इस बार 7 मार्च को कार्यकाल खत्म होने के चलते चुनाव आयोग ने विधानसभा के बीच में ही इसकी घोषणा कर दी थी. बाद में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर परिषद के चुनावों को टाल दिया गया. स्थानीय निकाय की सीटों पर सांसद, विधायक, नगरीय निकायों, कैंट बोर्ड के निर्वाचित सदस्य, जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायतों के सदस्य, ग्राम प्रधान वोटर होते हैं.
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