UP News: उत्तर प्रदेश में खाद की कमी भी अब एक चुनावी मुद्दा बन गया है. ठीक चुनाव से पहले खाद को लेकर किसानों में मारामारी मची है. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी इस बारे में केंद्र से मदद की अपील की है. केंद्रीय मंत्री मनसुख मडाविया को चिट्ठी लिख कर उन्होंने खाद उपलब्ध कराने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि उनके संसदीय क्षेत्र मैनपुरी में खाद की बड़ी कमी है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों को राज्य में खाद की कमी न होने देने के आदेश दिए हैं.
यूपी के कई जिलों में डीएपी और एनपीके खाद का संकट!
यूपी के कई ज़िलों में डीएपी और एनपीके खाद की कमी का संकट गहराता जा रहा है. ललितपुर के किसान भोगीलाल की मौत तब हो गई जब वे खाद की लाइन में लगे थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तो मौत की वजह दिल का दौरा पड़ना बताया गया है. पर भोगीलाल के परिवार का आरोप है कि खाद की लाइन में घंटों खड़े रहने से उनकी तबियत बिगड़ी और आख़िरकार उनकी जान चली गई. ललितपुर, झाँसी, बाँदा, चित्रकूट, मैनपुरी, इटावा जैसे ज़िलों में किसानों को जितना खाद मिलना चाहिए, उतना नहीं मिल पा रहा है. बारिश के बाद खेतों में खाद डालने की ज़रूरत होती है. हाल में सभी जगहों पर बारिश हुई और खाद की डिमांड बढ़ गई हैं. इस समय आलू और सरसों की खेती करने वाले किसान खाद की मांग कर रहे हैं
अखिलेश यादव का आरोप
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी आरोप लगाया है कि बीजेपी के राज में किसान बेहाल है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि किसान खाद के लिये घंटों लाइन में खड़ा होने को मजबूर हैं. अखिलेश ने कहा कि किसानों की हाय बीजेपी को ले डूबेगी और बीजेपी को सत्ता से बेदख़ल कर देगी. उन्होंने योगी सरकार से भोगीलाल के परिवार को 25 लाख की आर्थिक मदद देने की अपील की है.
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