नोएडा: नोएडा पुलिस ने रविवार को डीएनडी फ्लाईवे पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ की गई बदसलूकी पर खेद जताया है. प्रियंका गांधी हाथरस सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस जा रही थी जब पुलिस ने उन्हें रोका था. इस दौरान वहां जम कर हंगामा हुआ था.


नोएडा पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, "नोएडा पुलिस को डीएंडडी पर एक अनियंत्रित भीड़ को संभालने के दौरान प्रियंका गांधी के साथ हुई घटना पर गहरा अफसोस है. मुख्यालय ने इसका स्वत: संज्ञान लिया और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा जांच का आदेश दिया. हम नोएडा पुलिस सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. महिलाओं की गरिमा, हमारे लिए सर्वोपरि है."


कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को शनिवार को दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट (डीएंडडी) फ्लाईवे पर उस समय धक्का दिया गया था जब वो अपने एक पार्टी कार्यकर्ता का नोएडा पुलिस से लाठीचार्ज के दौरान बचाव कर रही थी. प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और कई कांग्रेस कार्यकर्ता पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस जाने की कोशिश कर रहे थे.


हंगामे के दौरान कैद किए गए वीडियो में प्रियंका एक कांग्रेस कार्यकर्ता को बचाने के लिए बैरिकेड से कूदते हुए दिख रही हैं. हालांकि बाद में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने गए.


डीएम के खिलाफ एक्शन कब, डीएम को कौन बचा रहा है- प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी से सोशल मीडिया के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार से सवाल करते हुए DM प्रवीण कुमार को सस्पेंड किए जाने की बात कही है. प्रियंका गांधी ने लिखा 'हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था. उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनके रोल की जांच हो. परिवार न्यायिक जांच मांग रहा है तब क्यों सीबीआई जांच का हल्ला करके SIT की जांच जारी है.'


उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा 'यूपी सरकार यदि जरा भी नींद से जागी है तो उसे परिवार की बात सुननी चाहिए.' इसके साथ ही प्रियंका ने एक अन्य ट्वीट करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से कुछ सवाल किए हैं. उन्होंने यह सवाल पीड़ित परिवार की ओर से राज्य सरकार के सामने उठाए हैं.


दरअसल हाथरस मामले जिले के DM प्रवीण कुमार पर पीड़ित परिवार ने कई आरोप लगाए हैं. पीड़िता के भाई का कहना है कि डीएम ने उनके परिवार को डराया और धमकाया था. इसके साथ ही प्रवीण कुमार पर पीड़िता के परिवार की महिलाओं के साथ बदसलूकी के साथ बात करने का आरोप लगा है. पीड़ित परिवार का कहना है कि DM प्रवीण कुमार ने यहां तक कहा था कि अगर उनकी बेटी कोरोना से मरती तो मुआवजा भी नहीं दिया जाता.