नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के शनिवार को हाथरस जाने के दौरान डीएनडी फ्लाईओवर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के कथित तौर पर हंगामा करने को लेकर करीब 500 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.


कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कथित तौर पर धारा 144 का उल्लंघन करने और महामारी अधिनियम के तहत यह मामला शनिवार देर रात थाना सेक्टर-20 में दर्ज किया गया. अपर पुलिस उपायुक्त, जोन प्रथम, रणविजय सिंह ने बताया कि शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित पार्टी के कई नेता हाथरस जाने के लिए दिल्ली से डीएनडी फ्लाईओवर पहुंचे थे.


कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धारा 144 और महामारी अधिनियम का उल्लंघन किया- पुलिस
कांग्रेस कार्यकताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक के बाद राहुल समेत पांच लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दी गई. उन्होंने बताया कि पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को आगे जाने की अनुमति नहीं दी.


अपर उपायुक्त ने कहा कि इस कारण कांग्रेस की गौतम बुद्ध नगर जिला इकाई के अध्यक्ष मनोज चौधरी सहित करीब चार-पांच सौ कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और धारा 144 और महामारी अधिनियम का उल्लंघन किया. उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.


गौरतलब है कि शनिवार को राहुल और प्रियंका के हाथरस के लिए निकलने के समय दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर भारी हंगामा देखने को मिला था. कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जमा हुए और पुलिस के साथ उनकी नोकझोंक हुई और पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा.


राहुल-प्रियंका ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात
कांग्रेस का दावा है कि पुलिस की लाठी चार्ज में उसके कई कार्यकर्ता घायल हो गए. शनिवार को राहुल और प्रियंका ने हाथरस पहुंच कर कथित गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और न्याय के लिए लड़ने का वादा किया. राहुल गांधी ने कहा, "हम इस दुख में पीड़ित परिवार के साथ हैं. सरकार इन्हें डरा रही है, धमका रही है. इन्हें सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है. सुरक्षा देने में यूपी सरकार फेल रही है. इन्हें धमका कर कागजों पर दस्तखत करवाए गए हैं.''


गौरतलब है कि 14 सितम्बर को हाथरस में अगड़ी जाति के चार युवकों ने 19 साल की एक दलित युवती से कथित तौर पर गैंगरेप किया था. मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद बुधवार तड़के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया.


सीएम योगी ने की सीबीआई जांच की सिफारिश
तीन दिनों के भारी हंगामे और सियासत के बीच शनिवार रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी. हालांकि यूपी सरकार पहले ही एसआईटी को इस घटना की जांच सौंप चुकी है. बीते रोज़ एसआईटी के अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई के साथ साथ वो भी इस मामले की जांच करते रहेंगे.


ये भी पढ़ें:
पंजाब: राहुल गांधी बोले- सत्ता में आते ही रद्द करेंगे काले किसान कानून, अंबानी-अडानी चलाते हैं मोदी सरकार 


हाथरस मामलाः प्रियंका गांधी ने राज्य सरकार से किए सवाल, पूछा- DM को कौन बचा रहा है