UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नशीले पदार्थों की तस्करी को लेकर पुलिस (Police) ने रिसर्च की है. इस रिसर्च के माध्यम से डिपार्टमेंट को काफी जानकारी हासिल हुई है. मिली जानकारी के अनुसार यूपी पुलिस को अपनी रिसर्च में नशीले पदार्थों की तस्करी के अंतरराष्ट्रीय रूट पता चले हैं.


हेरोइन/ कूड तस्करी


रिसर्च में पता चला है कि म्यांमार बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल में तस्करी की जाती है. इसी के साथ मणिपुर, मिजोरम, आसाम से स्थल/ जल/ रेलमार्ग से दीमापुर, गुवाहाटी, गया के मार्ग से उत्तर प्रदेश, एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र में तस्करी होती है.


गोल्डेन टुंगिल रूट


अफगानिस्तान, ईरान और पाकिस्तान से गुजरात, राजस्थान और पंजाब के मार्ग से उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न प्रदेशों में हेरोइन/ कूड की तस्करी होती है.


गांजे की तस्करी 


मुख्य रूप से ओडिशा के भवानी पटना, नाल्को, सोनपुर, बरगढ़ की पहाड़ियों में गांजे का उत्पादन होता है. यहां से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के रास्ते झांसी के मार्ग से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में तस्करी होती है. इसी के साथ मध्य प्रदेश से सोनभद्र व प्रयागराज के रास्ते पूर्वी उत्तर प्रदेश में गांजा लाया जा रहा है.


चरस की तस्करी 


नेपाल के बढ़नी, सोनौली, वीरगंज बार्डर से बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर में चरस की तस्करी होती है. 


अफीम की तस्करी 


झारखंड के पलामू, चतरा से पटना से वाराणसी से रेल / सड़क मार्ग द्वारा बरेली, बदायूं, अलीगढ़ व एनसीआर में अफीम की तस्करी होती है. इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर और अंतरराज्यीय सीमा पर विशेष सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं.


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