कानपुरः 8 पुलिसवालों की हत्या के गुनहगार गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश में पुलिस टीमें जगह-जगह छापेमारी कर रही हैं. पुलिस की एक टीम ने मंगलवार को कानपुर के ही बिकरू गांव में स्थिति उसके पुश्तैनी घर पर छापेमारी की. इस दौरान पुलिस को उसके घर से कई बम मिले हैं. पुलिस ने इससे पहले बिकरू में ही विकास दुबे के घर को भी जमींदोज कर दिया था. विकास के घर से पुलिस को हथियार भी मिले थे.
पुलिस ने किया बमों को निष्क्रिय
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश कर रही यूपी पुलिस ने मंगलवार को बिकरू में ही उसके पुश्तैनी घर पर भी छापेमारी की. इस दौरान पुलिस को विकास दुबे तो नहीं मिला, लेकिन उसके हथियारों का अड्डा जरूर पुलिस के हाथ लगा. पुलिस को इस छापे में घर से कई सारे देसी बम हैं. पुलिस की टीम ने पानी में डालकर इन बमों को निष्क्रिय कर दिया है.
इससे पहले विकास दुबे के इसी पुश्तैनी घर का एक वीडियो भी एबीपी न्यूज के हाथ लगा है. 2019 के इस वीडियो में विकास इसी घर में कुछ लोगों के साथ झगड़ रहा है और लोगों को धमका रहा है.
लखनऊ आईजी को सौंपी गई जांच
वहीं इस मामले में पुलिसवालों और विकास दुबे के बीच सांठगांठ की जांच का जिम्मा अब लखनऊ रेंज की लक्ष्मी सिंह आईजी को सौंप दिया गया है. इससे पहले ये जांच स्पेशल टास्क फोर्स को दी गई थी, लेकिन मुठभेड़ में शहीद हुई सीओ देवेंद्र मिश्रा के परिवार ने इस पर सवाल उठाया था. परिवार ने मांग की थी कि जब एसटीएफ के डीआईजी अनंत देव खुद इस मामले में संदेह के घेरे में हैं, तो वो खुद इस मामले की जांच कैसे कर सकते हैं.
फिलहाल गैंगस्टर विकास दुबे घटना के बाद से ही लगातार फरार चल रहा है. इस वारदात के 4 दिन से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. हालांकि चौबेपुर थाने के 3 पुलिसकर्मियों पर संदेह के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है, जबकि इस थाने के प्रभारी विनय तिवारी को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है.
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