UP Politics: अमित शाह को अपना इस्तीफा देने वाले मंत्री आखिर योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद कैसे पलट गए. आपको पूरी कहानी बताते हैं. दिल्ली से लेकर लखनऊ तक इस मामले को लेकर क्या क्या हुआ ? यूपी के जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक आज ठीक 4 बजे यूपी के मुख्यमंत्री के बंगले पर पहुंचे. उनके आने से पहले ही विभाग में कैबिनेट मंत्री और प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी पहुंच गए थे.


इस दौरान जल शक्ति विभाग के प्रमुख सचिव और सीनियर IAS अधिकारी अनिल गर्ग भी वहां पर बुला लिए गए थे. योगी आदित्यनाथ के साथ इन सबकी बैठक करीब बीस मिनट तक चली. मीटिंग खत्म होने के बाद जब दिनेश खटीक बाहर निकले तो अपनी ही बात से पलट गए. 


भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर जारी रहेगा काम
दिनेश खटीक ने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में हम सब भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं. हमें अब किसी से कोई शिकायत नहीं है. हमें जो कहना था हमने मुख्यमंत्री जी को बता दिया. योगी जी बड़ी ईमानदारी से सरकार चला रहे हैं और आगे भी काम करते रहेंगे. स्वतंत्र देव सिंह जी मेरे बडे भाई है. मेरे आदरणीय है. मेरी जो समस्याएं थी, उसके बारे में मुख्यमंत्री जी ने विचार करने का भरोसा दिया है.


19 जुलाई को दिनेश खटीक ने जल शक्ति विभाग में भ्रष्टाचार और अपनी उपेक्षा आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था. फिर वे नाराज़ होकर अपना मोबाइल ऑफिस कर लखनऊ से दिल्ली चले गए थे. फिर 48 घंटों में आख़िर ऐसा क्या हो गया कि मंत्री जी ने यू टर्न ले लिया. अब उन्हें कहीं कोई दिक्कत नहीं है. वे अब सब चंगा सी के भाव में है. आख़िर योगी आदित्यनाथ की मीटिंग में ऐसा क्या हो गया कि मंत्री दिनेश खटीक के लिए सब अच्छा हो गया.


योगी के आवास पर हुई थी चाय पर चर्चा
योगी आदित्यनाथ के घर पर हुई बैठक में चाय पर विस्तार से चर्चा हुई. योगी ने सबसे पहले दिनेश खटीक से पूछा आपकी क्या समस्या है ? तो खटीक ने बारी बारी से अपनी बात रखी. सबसे पहले उन्होंने कहा कि उनके कहने पर कोई तबादला नहीं हुआ. इसके जवाब में कैबिनेट मंत्री ने विस्तार से बताया कि विभाग में इस बार तो ट्रांसफर लगभग न के बराबर हुआ. 


बारिश के मौसम में बाढ़ का खतरा है इसीलिए पहली बार ये तय हुआ कि बरसात के बाद ही इंजीनियरों का तबादला होगा. कुछ ट्रांसफर जरूर हुए और इनमें जूनियर मंत्री खटीक के कहने पर 8 तबादले हुए. फिर खटीक ने कहा कि करीब चार महीने होने वाले हैं मंत्री बने लेकिन अभी तक विभाग में काम का बंटवारा नहीं हुआ है. इस पर सीएम ने कहा कि जल्द ही ये काम हो जाएगा. फिर खटीक ने कहा कि प्रमुख सचिव अनिल गर्ग ने उनका फोन बीच में ही काट दिया था. इस पर सीएम ने गर्ग से पूछा कि क्या हुआ था? जवाब में अनिल गर्ग ने बताया कि मंत्री जी से हमारी उस दिन करीब तीन मिनट तक बातचीत हुई थी. 


क्या बोले अनिल गर्ग?
अनिल गर्ग कहा कि विभाग के हेड ने फोन नहीं उठाया तो उन्होंने मुझे किया और उन्होंने मुझसे कुछ तबादलों की जानकारी मांगी जिस पर मैंने कहा कि मैं सारी जानकारी फाइल बना कर भेज रहा हूं. इतना कहने के बाद फोन काटा था. इसके बाद खटीक ने आरोप लगाया कि विभाग में उनकी उपेक्षा होती है. 


इसके जवाब में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि हर मीटिंग में उनको बुलाया जाता है इसके सारे प्रमाण है. योगी शांत भाव से लगातार खटीक की बातें सुनते रहे. फिर उन्होंने कहा कि आप सब लोग जिम्मेदारी और ईमानदारी से अपना काम करें. यही अपेक्षा है और कहीं कोई परेशानी हो तो बिना संकोच आप हमें बता सकते हैं लेकिन अनुशासन हीनता मैं किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करूंगा.


जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने 19 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के चिट्ठी लिख कर इस्तीफा दे दिया था. दो पन्नों की चिट्ठी में उन्होंने विभाग के कैबिनेट मंत्री से लेकर IAS अफसरों पर कोई गंभीर आरोप लगाए थे. खटीक ने ये भी लिखा था कि दलित होने के कारण उनकी उपेक्षा जाती है.




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