यूपी राज्यसभा चुनाव: बीएसपी को लगा बड़ा झटका, बीजेपी के लिए 'खुशखबरी'
22 मार्च को मायावती ने बीएसपी ऑफ़िस में अपने विधायकों को लंच पर बुलाया है. वहीं कांग्रेस भी अपना घर बचाने में जुटी है. इस्तीफ़े की अटकलों के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर लखनऊ पहुंच गए हैं. उन्होंने भी सभी सात विधायकों को एक होटल में खाने पर बुलाया है.
लखनऊ: यूपी में कल होने वाले राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले बीएसपी को बड़ा झटका लगा है. बीएसपी के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के राज्यसभा चुनाव में वोट देने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. मुख्तार अंसारी हत्या के आरोप में बांदा जेल में बंद हैं. स्पेशल जज एससी एसटी गाजीपुर ने बीस मार्च को वोट देने की छूट दी थी. राज्य सरकार ने स्पेशल जज के आदेश को हाईकोर्ट में दी चुनौती थी. वहीं समाजवादी पार्टी के विधायक हरिओम यादव भी राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं डाल पाएंगे, डीएम ने ये आदेश दिया है. हरिओम यादव फिरोजाबाद की जेल में बंद हैं.
यूपी में राज्यसभा का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है. बीजेपी के आठ उम्मीदवारों और समाजवादी पार्टी की जया बच्चन की जीत तो तय है. मामला बीजेपी के नौवें उम्मीदवार और बीएसपी के प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर के बीच फंस गया है.
21 मार्च को डिनर के बहाने लखनऊ में देर रात तक बैठकें होती रहीं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के घर पर बीजेपी के विधायकों को खाने पर बुलाया गया था. सहयोगी दल सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी पहुंचे. उनके चार विधायक हैं. अमित शाह से मुलाक़ात के बाद राजभर के गिले शिकवे ख़त्म हो गए हैं.
बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल के सभी नौ एमएलए भी योगी के घर मौजूद थे. हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए नरेश अग्रवाल के विधायक बेटे नितिन भी पहुंचे. निर्दलीय बाहुबली विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने सीएम योगी के पैर छू कर आशीर्वाद लिए. अरूण जेटली और अनिल जैन समेत बीजेपी के आठों उम्मीदवार आसानी से जीत जाएंगे. इसके बाद पार्टी के पास 28 विधायकों के वोट बचते हैं. जीतने के लिए 37 वोट चाहिए. नितिन और दो निर्दलीय एमएलए अमनमणि और विजय मिश्र को जोड़ दें तो संख्या 31 तक पहुंच जाती है.
उधर लखनऊ के होटल ताज में अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के नेताओं को डिनर पर बुलाया. राज्यसभा उम्मीदवार जया बच्चन भी पहुंची. अखिलेश यादव से पहले उनके चाचा शिवपाल यादव डिनर पर पहुंच गए. मीडिया से वे बोले, ‘हमारे दोनों कैंडिडेट जीतेंगे’. पत्नी डिंपल यादव के साथ ताज पहुंचते ही अखिलेश यादव ने राजा भैया के बारे में पूछा. उन्हें बताया गया कि वे आ रहे हैं. मायावती और राजा भैया की दुश्मनी तो जगज़ाहिर है. इसी कारण समाजवादी पार्टी के नेता परेशान थे, लेकिन घंटे भर बाद वे आ ही गए.राजा भैया के पास निर्दलीय विधायक विनोद सरोज का भी वोट है. उन्होंने अखिलेश यादव और जया बच्चन के साथ फोटो भी खिंचवाई. राजा भैया ने कहा, ‘हम अखिलेश यादव के साथ थे, हैं और रहेंगे.’
एसपी के 47 विधायक हैं. जया बच्चन के खाते के 37 एमएलए के बाद पार्टी के पास 10 वोट बचते हैं. लेकिन नितिन अग्रवाल पहले बीजेपी के पाले में जा चुके हैं. बीएसपी के 19, कांग्रेस के 7 और आरएलडी के एक विधायक हैं. सबको जोड़ने पर 35 वोट होते हैं. इसमें अगर राजा भैया और विनोद सरोज का वोट जोड़ दें तो आंकड़ा 37 तक पहुंच जाता है. इस हिसाब से तो बीएसपी के उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर की जीत तय है.
लेकिन विधायकों का हिसाब किताब इतना सीधा नहीं है. क्रॉस वोटिंग को लेकर बीएसपी और कांग्रेस कैंप में बेचैनी है. यूपी में बीजेपी की सरकार है. इसका सीधा असर विपक्षी खेमे पर पड़ता है. विधायकों के सरकार से कई तरह के काम पड़ते हैं. खबर है कि बीजेपी ने लखनऊ के पड़ोसी जिले के एक बीएसपी एमएलए को मैनेज किया है. दिल्ली से सटे इलाक़े के एक और बीएसपी एमएलए भी पाला बदल सकते हैं.कांग्रेस नेता इमरान मसूद का दावा है कि उनकी पार्टी के सभी विधायक साथ हैं. लेकिन अगर बीएसपी और बीजेपी के अनिल अग्रवाल को 36-36 वोट मिलते हैं तो फिर गिनती दूसरी वरीयता के वोटों की होगी. ऐसे हालात में भी बीजेपी जीत सकती है. गोरखपुर और फूलपुर के लोकसभा उपचुनाव में जीत के बाद से ही बीएसपी और एसपी कैंप के हौसले बुलंद हैं. वहीं बीजेपी हर हाल में जीतने की जुगाड़ में जुटी है.
22 मार्च को मायावती ने बीएसपी ऑफ़िस में अपने विधायकों को लंच पर बुलाया है. वहीं कांग्रेस भी अपना घर बचाने में जुटी है. इस्तीफ़े की अटकलों के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर लखनऊ पहुंच गए हैं. उन्होंने भी सभी सात विधायकों को एक होटल में खाने पर बुलाया है.