नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा हो गया है. इस मौके पर एबीपी न्यूज ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित डिप्टी सीएम और पूर्व मुख्य़मंत्री अखिलेश भी पहुंचे. शिखर सम्मेलन में एबीपी न्यूज के धारदार सवालों का जवाब देते दिखे और बताया कि एक साल के कार्यकाल में योगी सरकार ने क्या किया, वहीं विपक्ष की ओर से अखिलेश यादव सरकार पर तीखे वार करते दिखे.


इस शिखर सम्मेलन में एक बेहद अहम बात निकलकर सामने आई जिससे 2019 के चुनाव की नजर से बेहद अहम माना जा सकता है. जब  रामगोविंद चौधरी से पूछा गया कि चाचा-भतीजे का गठबंधन नहीं चल पाया तो बुआ भतीजे की कैसे निभेगी और कौन संभालेगा मुख्यमंत्री की कुर्सी ये कैसे तय होगा. इस पर रामगोविंद चौधरी ने कहा कि असल में मायावती तो प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार हैं. इस पर जगदंबिका पाल ने चुटकी लेते हुए कहा कि मायावती प्रधानमंत्री बनेंगी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री होंगे.



                                               शिखर सम्मेलन LIVE UPDATE


 

2.30 pm : मैंने राहुल गांधी से कम्युनिकेशन गैप के चलते कांग्रेस को छोड़ा था और अब ताउम्र बीजेपी में ही रहूंगा- जगदंबिका पाल

2.28 pm : 2019 का चुनाव आते-आते जगदंबिका पाल जी हमारे गठबंधन में होंगे, जो पार्टी जीतती है ये उसी में शामिल होते हैं- रामगोविंद चौधरी

2.18 pm : ये गठबंधन नहीं था ये मायावती ने हमको समर्थन दिया था - रामगोविंद चौधरी

2.15 pm : बीजेपी की हार इतना गुमान होना ठीक नहीं है, जब अखिलेश यादव सीएम थे तो डिंपल यादव भी चुनाव हार गई थीं- जगदंबिका पाल

2.10 pm : इस वक्त देश में अघोषित इमरजेंसी जैसे हालात हैं और वादा खिलाफी है. ऐसे में एक मजबूत गठबंधन की जरूरत है ताकी राजनीति को एक नई दिशा मिले- रामगोविंद चौधरी

2.04 pm : शिखर सम्मेलन में बीजेपी नेता जगदंबिका पाल और सपा नेता रामगोविंद चौधरी चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं.  



1.55 pm : कानून का राज राज्य में स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं. अपराधियों में अब डर है जो पहले नहीं था. हम प्रदेश में कानून का राज लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं - दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम

1.51 pm : बीजेपी सामूहिक नेतृत्व वाली सरकार है परिवाद में यकीन नहीं रखती-  दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम

1.49 pm : 2019 के आगामी चुनावों में 2014 के लोकसभा चुनाव के रिकॉर्ड को भी तोड़ेंगे और बहुमत से फिर सरकार में आएंगे- दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम

1.45 pm : बीजेपी का हर कार्यकर्ता सोने की तरह है, बीजेपी का हर कार्यकर्ता देवतुल्य है- दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम

1.40 pm : कानपुर उपचुनाव जहां हम बहुमत से जीते उसका विश्लेषण नहीं हुआ, त्रिपुरा की जीत की बात नहीं हुई और गोरखपुर उपचुनाव के नतीजों पर सरकार हिल गई है कहा जा रहा है- दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम


1.35 pm: हम जब भी कमजोर हुए हैं तो हमारे कार्यकर्ता साथ आए हैं और हम पहले से भी ज्यादा मजबूत होकर उभरे हैं - दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम

1.31 pm: उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं, और अपनी सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर सरकार के काम का ब्योरा दे रहे हैं.



1. 30 pm :  इस बार हमने परीक्षाओं में नकल नहीं होने दिया. हमें इसका नुकसान हुआ है लेकिन हम यूपी के भविष्य के लिए काम कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि प्रदेश का युवा काबिल हो- केशव मौर्य , डिप्टी सीएम

1.25 pm : नोएडा जाना बीजेपी के लिए या योगी जी के लिए बिल्कुल भी अशुभ नहीं होगा. ये सरकार यूपी को भय मुक्त बनाएगी. 2019 में 2014 वाली जीत दोहराएंगे हम- केशव मौर्य , डिप्टी सीएम


1.19 pm :  बीजेपी की सरकार के आने के साथ ही किसानों की कर्जमाफी, अपराध पर लगाम, सभी 75 जिलों में समान बिजली वितरण और गड्ढा युक्त सड़क को बेहतर सड़कों में तब्दील किया- केशव मौर्य , डिप्टी सीएम

1.16 pm: बीएसपी-एसपी के गठबंधन का कोई भविष्य नहीं है, पहले ये तय तो हो जाए कि बुआ भतीजे की नेता होंगी या भतीजे बुआ के नेता होंगे. एजेंडा के साथ चुनाव के मैदान में आएं- केशव मौर्य , डिप्टी सीएम

1.10 pm:  हम अपनी हार स्वीकारते हैं, लेकिन SP-BSP गंठबंधन से कोई डर नहीं: केशव मौर्य , डिप्टी सीएम

1.07 pm : यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं और अपनी सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर सरकार के काम का ब्योरा दे रहे हैं.


12.55 pm : कैराना और नूरपुर में होने वाले चुनावों को लेकर हम आपस में तय कर लेंगे. अभी बातचीत नहीं हुई है लेकिन जब तारीखों का ऐलान हो जाएगा तब हम आपस में तय कर लेंगे - अखिलेश यादव


12.48 pm : 2019 के चुनावों तक हमें उम्मीद है कि देश की क्षेत्रीय पार्टियां मिलकर कोई न कोई ऐसा रास्ता निकाल लेंगे जिससे  बीजेपी को रोका जा सके : अखिलेश यादव


12.39 pm: परिवार में सब ठीक है. झगड़ा तबतक था जबतक कुर्सी थी. जो परिवार की लड़ाई में हल निकाल सकते हैं वो किसी भी समस्या का हल निकालने में सक्षम होते हैं. कुर्सी थी तो परिवार में झगड़ा था, कुर्सी चली गई तो झगड़ा खत्म: अखिलेश


12.37 pm : यूपी में अब बीजेपी का सूर्य अस्त होने लगा है, इन दो सीटों में हुई हार ने ये साबित कर दिया कि जनता अब इन्हें नकार रही है.ये लोग कहते हैं कि हमारा सूरज उदय हो रहा है. इन्हें पता होना चाहिए कि त्रिपुरा में सूर्योदय हुआ है तो यूपी उपचुनाव नतीजों में सूर्य अस्त भी हुआ- अखिलेश


12.32 pm : योगी सरकार के एक साल पर अखिलेश यादव ने कहा कि इस एक साल में कुछ भी ऐसा काम नहीं हुआ जिसे गिनवाया जा सके. इस एक साल में बीजेपी किसानों को कोई राहत नहीं दे सकी. कर्जमाफी के वादे किए गए कर्जमाफी नहीं हुई


12.26 pm : सीबीआई का डर मुझे नहीं है, अगर कोई गड़बड़ होगी तभी तो वह पकडेंगे, वह कागजों पर पकड़ेंगे. कांग्रेस ने हमारी जांच कराई थी. एक जांच बीजेपी भी चाहे तो करा ले- अखिलेश यादव


12.24 pm : ये मुख्यमंत्री कमाल के हैं. समाजवाद से चिढ़ते हैं, कोई काम नहीं किया बस स्कीम से समाजवाद शब्द हटाया है. सीएम ने सदन में कहा कि मैं हिंदू हूं, गर्व है. ईद नहीं मनाता, हमने भी कहा-हम भी बैकवर्ड हिंदू हैं हमें भी गर्व है- अखिलेश यादव


12.20 pm: मुझे खुशी है कि हम बसपा के साथ आए. मैं कोशिश करूंगा कि लोहिया-अंबेडकर की विचारधारा वाली ये पार्टी देश को नई राह दिखाए. बीएसपी और एसपी का गठबंधन देश की राजनीति को नए आयाम देंगें- अखिलेश यादव


12.14 pm :पोस्टर के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा- पोस्टर लगाने वाले ने तो अपनी फोटो मायवती जी और मुझसे बड़ी लगवाई क्योंकि पैसा तो उनका ही लगा था.


12.10 pm : शिखर सम्मेलन में बोले अखिलेश यादव, जैसे ही डिंपल की पूजा खत्म हो जाए वो भी यहां आएं. मैं खुद उनसे ये कह कर आया हूं. लेकिन हम पूजा कर रहे हैं हम इसका प्रचार नहीं करेंगे.


12.07 pm : यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं. कुछ ही देर में उनकी पत्नी डिंपल यादव भी जुड़ेंगी.



11.48 am : कासगंज की हिंसा को लेकर सीएम योगी का बड़ा बयान, कासगंज को दंगा नहीं कहा जा सकता, हमारी सरकार के एक साल के कार्यकाल में एक भी दंगा नहीं हुआ और मैं दावे के साथ कह सकता हूं हमारी सरकार के दौरान प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हो सकता.


11.46 am : प्रदेश में हो रहे अपराध पर बोले सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश में 1200 से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं और एक भी गलत नहीं. अगर सामने से गोली चल रही है तो पुलिस भी गोली चलाएगी. हम पुलिस को हाथ बांधकर खड़ा होने के लिए नहीं कह सकते.


11.45 am: मैं नरेश अग्रवाल के साथ भी खड़ा हो सकता हूं. इसमें कोई संकोच नहीं है. अगर मेरे कार्यक्रम में उनकी मंच पर उपस्थिति होगी तो ये मेरे लिए असहज होने का कारण नहीं-  सीएम योगी आदित्यनाथ


11.40 am :  शिखर सम्मलेन में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ, संगठन का काम अलग है और सरकार का काम अलग है. सरकार के रूप में आप पार्टी के नाम पर योजना नहीं शुरू कर सकते ये लोकतंत्र का उपहास है


11.35 am : जब भी मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा बीजेपी की जीत का आंकड़ा भी बढ़ेगा. हमारे समर्थक ये पहले ही मान लेते हैं कि हमारी पार्टी जीत रही है एक वोट न देने से क्या फर्क पड़ेगा - सीएम योगी आदित्यनाथ


11.32 am : हमारे वोटबैंक को कोई सेंध नहीं लगा सकता, प्रदेश की 22 करोड़ जनता हमारा साथ देगी जैसे विधानसभा चुनाव में दिया था और वो हमारे साथ है - सीएम योगी


11.30 am : शिखर सम्मलेन में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ, राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट हर दिन सुनवाई की बात कर रहा है. हमें न्यायालय पर यकीन रखना चाहिए. राम जन्मभूमि का मुद्दा राजनीतिक नहीं आस्था का मुद्दा है.


11.26 am: सांप-छछूंदर के बयान पर बोले सीएम योगी- ये केवल एक मुहावरा है और मुहावरे अमर्यादित नहीं होते.


11.24 am : सीएम योगी ने कहा, मायावती-अखिलेश यादव गठबंधन नहीं है बल्कि सौदेबाजी है. हम हर प्रकार से इसके लिए तैयार हैं लेकिन पहले मायावती-अखिलेश अपना नेता तैयार करें .


11.20 am : प्रदेश की जनता खराब कानून व्यवस्था और जोड़तोड़ की राजनीति से परेशान रही है. लेकिन हमे अब जनता को इससे निजात दिलानी है- सीएम योगी


11.15 am : शिखर सम्मेलन में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ, हमारी सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था को भी बहाल करने में कामयाब हुई है. अपराधी कानून के भय से अब राज्य से पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं और कर भी रहे हैं.


11.13 am :सरकार के एजेंडा में किसान शामिल हैं. हमने गेहूं की फसल की खरीद और गन्ने की फसल की खरीद कर किसानों के लिए काम किया - सीएम योगी


11.12 am: उन्होंने कहा, जिस वक्त हमें उत्तर प्रदेश मिला उस वक्त राज्य का पूरा तंत्र भ्रष्टाचार में डूबा हुआ था. आज हमने राज्य की छवि को बदलने का काम किया.


11.10 am: सीएम योगी ने कहा, पहली बार ऐसा हुआ है जब कोई सरकार एक साल से भी कम समय में लोगों को घर देने में कामयाब हो रही है. गरीबों के लिए लाई गई आवास योजना का सही प्रकार से क्रियान्वयन हो रहा है.


11.05 am:  शुरु हुआ शिखरसम्मेलन , उत्तर प्रदेश सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ बताएंगे सरकार ने बीते एक साल में जनता के लिए क्या किया? इन सवालों के जवाब सीएम योगी दे रहे हैं.


सुबह 11 बजेः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत करेंगे एबीपी न्यूज यूपी ब्यूरो चीफ पंकज झा


सुबह 12 बजेः सपा अध्यक्ष और सूबे के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से बातचीत करेंगे दिबांग


सुबह 12 बजेः उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से बातचीत करेंगी चित्रा


यूपी की वर्तमान सियासत समझिए


2014 के बाद देश की मौजूदा सियासत का मानचित्र देखें तो सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि उसके मौजूदा साथी और पुराने साथियों का भी बुरा हाल है. 2014 में यूपीए का करीब 35 फीसदी आबादी पर राज था. तब एनडीए सिर्फ 22 फीसदी आबादी तक थी लेकिन अब चार साल बाद करीब एनडीए 68 फीसदी आबादी पर राज करती है. जबकि यूपीए सिर्फ आठ फीसदी तक सिमट गई है.


अखिलेश यादव से दोस्ती करके मायावती ने 2019 के चुनाव की चाल बदल दी है. यूपी में समाजवादी पार्टी और बीएसपी के साथ आने की कल्पना तक कोई नहीं कर रहा था लेकिन मायावती के एक मास्टर स्ट्रोक ने राजनीति का चाल, चरित्र और चेहरा बदल दिया है. बीएसपी के एक सांसद ने बताया कि 23 फ़रवरी को पहली बार बातचीत का माहौल बना. समाजवादी पार्टी के एक सीनियर नेता ने पहल की. बात आगे बढ़ी. मायावती चाहती थीं कि अखिलेश यादव सीधे बात करें. ऐसा ही हुआ एसपी अध्यक्ष ने बीएसपी की मुखिया से लंबी बातचीत की. मायावती ने यूपी लोकसभा उपचुनाव में समर्थन के बदले राज्य सभा के चुनाव में समर्थन मांगा और दुश्मनी दोस्ती में बदल गई.


मायावती ने पहली बार समाजवादी पार्टी से ही गठबंधन किया था लेकिन मुलायम सिंह यादव की बनाई हुई इसी समाजवादी पार्टी से साल 1995 में मायावती का ऐसा झगड़ा हुआ कि दोनों एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गये. 2 जून 1995 को लखनऊ के गेस्ट हाउस में मायावती पर मुलायम सिंह यादव के समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था. इस हमले में मायावती तो बच गई लेकिन यूपी की राजनीति बदल गई. इस घटना के 23 साल बाद जब मुलायम सिंह यादव यूपी की राजनीति में अतीत हो चुके हैं तो अखिलेश यादव के साथ मायावती ने अपनी-अपनी राजनीति को जिंदा रखने के लिए दुश्मनी को भुला दिया है.


अखिलेश यादव और मायावती की दोस्ती देश की राजनीति के लिए बड़ी घटना इसलिए भी है क्योंकि यूपी देश का सबसे बड़ा प्रदेश है. यहां से लोकसभा की 80 सीट आती हैं. अभी 80 में से 73 सीट एनडीए के पास है. बकि समाजवादी पार्टी के खाते में पांच और कांग्रेस के पास दो सीटे हैं. देश में तीसरी सबसे बड़ी ताकत होने के बाद भी लोकसभा में मायावती का एक भी सांसद नहीं है. अब मायावती और अखिलेश यादव का गठबंधन 2019 के चुनाव में भी जारी रहा तो नरेंद्र मोदी के लिए सत्ता में लौटना मुश्किल हो सकता है.


2014 के चुनाव में एनडीए को यूपी में 43.64 फीसदी वोट मिले थे. तब समाजवादी पार्टी को 22.35 फीसदी वोट मिले थे. जबकि मायावती की पार्टी को 19.77 फीसदी वोट मिले थे. एसपी-बीएसपी के वोट जोड़ने पर ये आंकड़ा 42.12 फीसदी होता है. यानी एनडीए और मायावती-अखिलेश गठबंधन के वोट में मामूली का फर्क रह जाता है.