लखनऊ: गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 'अति-आत्मविश्वास' में इस तरह के परिणाम 'स्वभाविक' हैं. यूपी सरकार की कमान संभालने के एक साल पूरे होने पर आयोजित एबीपी न्यूज़ के शिखर सम्मेलन में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह हार से हतोत्साहित नहीं हुए हैं पार्टी कर्नाटक में सरकार बनाएगी.


योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ हो रहे एनकाउंटर पर सवाल उठने पर कहा कि गोलियों का जवाब गोलियों से देंगे. उन्होंने कहा, ''हम तालिबानी नहीं हैं. कानून के दायर में रहकर काम करेगा तो उसकी सुरक्षा देना हमारा काम है. लेकिन कोई कानून तोड़ेगा तो पुलिस उसे छोड़ेगी नहीं. पुलिस को पूरा अधिकार है कि गोली चले तो गोली से जवाब दे. हम चुनौती देते हैं कि आप एनकाउंटर को फर्जी प्रूफ करके बताएं.''


योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि उनके सत्ता में आने के बाद एक भी दंगा नहीं हुआ. उन्होंने कासगंज में हुई हिंसा को दंगा नहीं माना. उन्होंने कहा कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कासगंज की घटना पर कंट्रोल किया. कर्फ्यू नहीं लगा.


एबीपी न्यूज़ के शिखर सम्मेलन में योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (एसपी)-बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) गठबंधन, राज्यसभा चुनाव, नरेश अग्रवाल की बीजेपी में एंट्री, किसानों की कर्जमाफी से जुड़े सभी सवालों के जवाब दिये.


उपचुनाव में हार का कारण अति-आत्मविश्वास


योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर और फूलपुर सीट पर मिली हार पर कहा, '''अति-आत्मविश्वास' में कोई भी व्यक्ति दल रहेगा तो इस तरह के परिणाम स्वभाविक हैं. उम्मीदवार-कार्यकर्ता अगर पहले ही मान चुका है कि जीत जाएंगे. तो परिणाम विपरीत होंगे. मैं जब प्रचार में गया तो कार्यकर्ता कहते थे की हम जीत रहे हैं. लेकिन हमें संदेह होता था. मेहनत नहीं करेंगे तो हारेंगे. बीजेपी को उम्मीद है कि आने वाले चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करेगी.''



उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से फोन पर बात हुई थी. हालांकि उन्होंने बातचीत के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, ''परिवार की बातें सार्वजनिक नहीं कर सकते. बहुत लोग पड़ोसी होते हैं.'' योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनाव परिणाम को काम-काज पर जनादेश नहीं माना जा सकता है.


'SP-BSP गठबंधन सौदेबाजी है'


उपचुनाव में एसपी-बीएसपी गठबंधन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक सौदेबाजी थी. जिसकी कीमत उत्तर प्रदेश की जनता पिछले 15 वर्षों में चुकाती रही है. ध्यान रहे की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार की एक बड़ी वजह गठबंधन ही रहा है.


2019 लोकसभा चुनाव में गठबंधन से बीजेपी को मिलने वाली कड़ी चुनौतियों पर योगी ने कहा, ''गठबंधन के नेता ये तय कर लें की उनका नेता कौन होगा, रणनीति क्या होगी. बीजेपी हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है. बीजेपी की वो चिंता न करें. बीजेपी एक लोकतांत्रिक पार्टी है, लाखों कार्यकर्ता हैं, कैडर है. जिसके दम पर 2019 में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएंगे.''


योगी ने कहा, ''हमारे वोटबैंक पर कोई सेंध नहीं लगा सकता. यूपी की जनता 2017 चुनाव के जैसे समर्थन आगामी चुनावों में करेगी. बहुत भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है. हम राज्य में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.''


एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में समाजवादी पार्टी नेता राम गोविंद चौधरी के दिये गये बयान का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर मायावती प्रधानमंत्री और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री होंगे तो राहुल गांधी क्या करेंगे? उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि गठबंधन का नेता कौन होगा? अखिलेश यादव, मायावती, मुलायम सिंह यादव या शिवपाल यादव?


राम गोविंद चौधरी ने कहा है कि आगामी चुनावों में गठबंधन होता है तो कोई विवाद नहीं होगा. मायावती प्रधानमंत्री बनेंगी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री.


कर्नाटक फतह करेंगे


लोकसभा उपचुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद क्या योगी आदित्यनाथ अब भी आगामी चुनावों में राज्य के बाहर चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे? इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी का कोई एक घर नहीं होता है, पूरा देश होता है. कर्नाटक में हम प्रचार के लिए जाएंगे और बीजेपी जीतेगी.
भाषणों में राम मंदिर?


योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर कहा, ''राम मंदिर का मुद्दा भावनाओं से जुड़ा है. सरकार इसमें पार्टी नहीं है. मामला सुप्रीम कोर्ट में है. अनावश्यक याचिकाओं को खारिज कर चुकी है. हमलोगों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर विश्वास करना चाहिए. अच्छी दिशा में बढ़ता हुआ कदम है. जो मामला सुप्रीम कोर्ट में है उसपर संसद चर्चा नहीं कर सकती है. हमलोगों ने संविधान के दायरे में रहकर कहा है कि हम इसपर समाधान निकालेंगे. समस्या का समाधान होगा.''


राज्यसभा चुनाव


राज्यसभा चुनाव पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे सभी 9 प्रत्याशी जीतेंगे. वोटों की संख्या नहीं होने पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम फिर भी जीतेंगे. विपक्षी दलों से पूछना चाहिए कि उन्होंने कैसे सीट कम होने के बावजूद अपने उम्मीदवार ज्यादा उतारे. देखिये आगे आगे क्या होता है?


लाठीचार्ज पर क्या कुछ कहा?


नियुक्ति को लेकर बीटीसी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन और उसके बाद पुलिस के लाठीचार्च पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''बेरोजगारों का गुस्सा जायज है. समाजवादी पार्टी ने उनकी जिंदगी को तबाह कर दिया. हम युवाओं की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं कर सकते. भ्रष्ट तरीके से सेलेक्शन किया गया शिक्षामित्रों का. हमें सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में नियोजन करना पड़ रहा है.'' उन्होंने कहा कि वादों के अनुसार हमने किसानों का कर्ज माफ किया.


समाजवादी पार्टी छोड़कर नरेश अग्रवाल के बीजेपी में शामिल होने पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वो पार्टी में आए हैं. उन्होंने कहा कि मैं नरेश अग्रवाल के साथ भी खड़ा हो सकता हूं. इसमें कोई संकोच नहीं. अगर मेरे कार्यक्रम में उनकी मंच पर उपस्थिति होगी तो ये मेरे लिए असहज होने का कारण नहीं है.