लखनऊ: योगी सरकार को एक महीने पूरा हो चुका है. उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने आलू किसानों को राहत देते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर आलू खरीदने का ऐलान तो कर दिया लेकिन अभी भी आलू किसान खुश नहीं है. यही हाल टमाटर की पैदावार का भी है. आगरा में एबीपी न्यूज ने आलू किसानों से बातचीत की है.


किसानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती, कैसे जाए आलू?


आगरा के चौगान गांव में कोल्ड स्टोरेज में पड़ी आलू की बोरियों में सैंकड़ों टन आलू भरा है, लेकिन किसानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इसे बेचा कैसे जाए? ऐसी समस्या इसलिए है क्योंकि योगी सरकार ने जिस रेट पर किसानों से आलू खरीदने का ऐलान किया है उस रेट से किसान खुश नहीं है.



योगी सरकार ने आलू का न्यूनतम समर्थन मूल्य 487 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. किसानों का कहना है कि कोई भी किसान इस रेट में सरकार को आलू नहीं देगा. किसानों की मानें तो कोल्ड स्टोर में एक क्विंटल आलू रखने का किराया 220 रूपये है. उसके बाद आलू की खुदाई और मजदूरी मिलाकर लागत 487 रुपए से काफी ज्यादा पड़ रही है.


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आलू उत्पादन ज्यादा होने की वजह से उत्तर प्रदेश के बहुत से किसानों को नुकसान हुआ था. ऐसे में योगी सरकार ने राहत देते हुए सरकारी एजेंसियों के जरिए एक लाख टन आलू खरीदने का भी फैसला किया था. लेकिन इन फैसलों के बावजूद आलू किसान अभी भी खुश नहीं हैं.


खुश नहीं हैं टमाटर किसान


आलू किसानों के अलावा यूपी में टमाटर किसानों के सामने भी टमाटर बेचने की समस्या खड़ी है. एबीपी न्यूज़ ने टमाटर किसानों की पड़ताल की तो पता चला कि इस साल टमाटर की पैदावार काफी होने की वजह से इलाहाबाद में फुटकर बाजार में टमाटर चार से पांच रूपये किलो ही बिक रहा है.



किसान खेतों में छोड़ कर जा रहे हैं टमाटर


टमाटर की खेती करने वाले संजीव मिश्र के मुताबिक़ कीमत बेहद कम हो जाने की वजह से उन्होंने दोबारा पैदा हुए टमाटरों को इन्होंने खेत में ही छोड़ दिया है. क्योंकि खेत से तोड़कर बाजार तक लेकर जाने में जितना खर्च होता, उतना भी टमाटर बेचकर नहीं मिल पाता है.


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संजीव मिश्र के मुताबिक़ योगी सरकार को गांवों में किसानों को सस्ते दाम पर खाद और बीज मुहैया कराना चाहिए. इसके अलावा न्यूनतम दर पर किसानों से सीधे खरीद के भी इंतजाम करना चाहिए. लघु और सीमांत किसानों का एक लाख रुपया कर्ज माफ करने और भरपूर बिजली देने के वादे से संजीव खुश तो हैं लेकिन उन्हें योगी सरकार से इससे भी ज्यादा की उम्मीद है.


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