लखनऊ: समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को समर्थन करने की घोषणा के बाद आज मायावती की पार्टी के बीआर अंबेडकर ने नामांकन पत्र दाखिल किया. विधानसभा के संयुक्त सचिव अशोक कुमार चौबे ने बताया कि बीएसपी महासचिव सतीश मिश्रा समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ अंबेडकर ने नामांकन पत्र दाखिल किया. उन्होंने दो सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
चौबे ने बताया कि विधानपरिषद की 13 सीटों के लिए अभी तक केवल अंबेडकर ने ही नामांकन पत्र दाखिल किया है. गौरतलब है कि एसपी ने आगामी विधान परिषद चुनाव में बीएसपी को एक सीट पर समर्थन देने का फैसला किया है. एसपी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कल बताया था कि पार्टी विधान परिषद चुनाव में दो सीटों के बजाय एक ही सीट पर उम्मीदवार खड़ा करेगी और दूसरी सीट पर बीएसपी का समर्थन करेगी.
इस सवाल पर कि क्या एसपी गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में जीत दिलाने वाला समर्थन मिलने की एवज में बीएसपी को एक सीट दे रही है, उन्होंने कहा कि हाल के राज्यसभा चुनाव में बीजेपी की ‘चालबाजी’ की वजह से एसपी की तमाम कोशिशों के बावजूद बीएसपी का प्रत्याशी नहीं जीत सका था. एसपी चाहती है कि विधानपरिषद में बीएसपी का एक सदस्य जरूर पहुंचे.
राज्य में विधान परिषद की 13 सीटों के लिए आगामी 26 अप्रैल को चुनाव होंगे. नतीजे भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे. एक प्रत्याशी को जिताने के लिए प्रथम वरीयता के 29 मतों की जरूरत होगी. प्रदेश की 100 सदस्यीय विधान परिषद में इस वक्त बीजेपी के मात्र 13 सदस्य हैं. वहीं, एसपी के 61, बीएसपी के नौ, कांग्रेस के दो, राष्ट्रीय लोकदल का एक और अन्य 12 सदस्य हैं. दो सीटें खाली हैं.
गौरतलब है कि विधान परिषद सदस्य और एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीजेपी सरकार के मंत्रियों महेन्द्र सिंह और मोहसिन रजा समेत 13 सदस्यों का कार्यकाल आगामी पांच मई को समाप्त हो रहा है. जो 13 सीटें खाली होंगी, उनमें सात एसपी की, दो-दो बीजेपी और बीएसपी की और एक राष्ट्रीय लोकदल की है. इनमें एक सीट पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी की भी है, जो उनके एसपी से बीएसपी में जाने के बाद खाली हुई थी.
अखिलेश यादव के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, एसपी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, उमर अली खां, मधु गुप्ता, रामसकल गुर्जर और विजय यादव का कार्यकाल खत्म हो रहा है. इसके अलावा बीएसपी के विजय प्रताप और सुनील कुमार चित्तौड़ और आरएलडी के एकमात्र सदस्य चैधरी मुश्ताक का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है.
राज्य विधान परिषद के आगामी चुनाव के लिए नामांकन पत्र 16 अप्रैल तक दाखिल किए जा सकेंगे, जिनकी जांच 17 अप्रैल को की जाएगी. नामांकन पत्र 19 अप्रैल तक वापस लिए जा सकेंगे.