UPA or NDA: केंद्र सरकार ने रक्षाबंधन से पहले देश के आम आदमी को बड़ी राहत दी है. सरकार ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 200 रुपये की कटौती की है. जिसके बाद केंद्र के फैसले पर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस ने दावा किया कि केंद्र से एलपीजी की कीमतों में कटौती कर्नाटक चुनावों में बीजेपी की हार और दो "अत्यधिक सफल" विपक्षी बैठकों का परिणाम है.
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा है कि 200 रुपये कम से क्या होता है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के वक्त एलपीजी सिलेंडर के दाम महज 400 रुपये थे. अभी 1150 रुपये कीमत है. 200 रुपये कम करने से क्या होगा? 500-700 रुपये कम करने चाहिए थे. और ये सब कुछ इलेक्शन का जुलमा है.
बीजेपी और कांग्रेस शासित राज्यों में क्या है कीमत
बीजेपी शासित राज्य मध्य प्रदेश में गैस सिलेंडर की कीमत 1108 रुपये है. गुजरात में गैस सिलेंडर की कीमत 1110 रुपये है. महाराष्ट्र में 1102 रुपये है. वहीं कांग्रेस शासित राज्यों में हिमाचल प्रदेश में 1150 रुपये है. कर्नाटक में 1150 रुपये, राजस्थान में 1106 रुपये है. छत्तीसगढ़ में 1174.5 रुपये है.
क्या हैं आंकड़े?
एलपीजी के दाम घटने के बाद आम आदमी के सिलेंडर में 200 रुपये की कटौती हुई है, वहीं उज्ज्वला योजना वाले गैस सिलेंडर में 400 रुपये की कटौती हुई है. जिसके बाद आम आदमी के लिए गैस सिलेंडर की कीमत 903 रुपये और उज्जवला योजना वालों के लिए गैस सिलेंडर की कीमत 703 रुपये हो गई है.
इंडिया टुडे के मुताबिक, एनडीए-1 के शासनकाल में प्रति गैस सिलेंडर पर 414 रुपये की सब्सिडी थी. इसके अलावा बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत 928.50 थी. वहीं यूपीए-1 में 241.60 रुपये प्रति सिलेंडर सबसिडी थी.
एनडीए-2 के शासनकाल में सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत बढ़कर 903 रुपये हो गई. जबकि यूपीए-2 के शासनकाल में इसकी कीमत 414 रुपये हुआ करती थी. वहीं, बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की अगर बात की जाए तो एनडीए-2 में इसकी कीमत 1103 रुपये हो गई और यूपीए-2 शासनकाल में इसकी कीमत 1241 रुपये हुआ करती थी.