IAS अनुराग मौत : रिटायर्ड अधिकारी ने लगाया सनसनीखेज आरोप, कहा- 'हत्या' के पीछे 'माफिया'
लखनऊ/बेंगलुरु : कर्नाटक कैडर के आईएएस अनुराग तिवारी की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में चौंकाने वाले दावे किए गए हैं. कर्नाटक के ही रिटायर्ड आईएएस एमएन विजय कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई संगीन आरोप लगाए हैं. बेंगलुरु में प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विजयकुमार ने कहा कि कर्नाटक में 'IAS माफिया' हावी है.
ईमानदारी से काम करने वाले अफसरों की हत्या करवा देता है
उन्होंने आरोप लगाया कि यह माफिया जो वहां ईमानदारी से काम करने वाले अफसरों की हत्या करवा देता है. विजयकुमार ने साफ कहा कि कर्नाटक के मुख्य सचिव एससी कुंठिया भी इस माफिया से मिले हुए हैं. इन बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि अन्य सीनियर आईएएस के साथ मिलकर वे खुद अनुराग की 'सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या' से जुड़ी सही जानकारी सामने नहीं आने देंगे.
रिटायर्ड आईएएस एमएन विजयकुमार के दावे
• कर्नाटक में आईएएस माफिया काम करता है. चीफ सेक्रेट्री एससी कुंठिया इस माफिया को और माफिया उनको संरक्षण दे रहा है. • खाद्य एवं रसद विभाग में केवल 40 दिन की नौकरी में ही अनुराग ने 2000 करोड़ रुपये का घोटाला पकड़ लिया था. सीनियर आईएएस को डर था कि अनुराग विभाग में टिके तो उनका पर्दाफाश हो जाएगा. • अनुराग ने तीसरी ट्रेनिंग पर जाने से पहले घोटालों से जुड़े दस्तावेज शासन को सौंपे थे. ट्रेनिंग से वापस आने पर कुछ अन्य दस्तावेज देने की बात भी कही थी. • अनुराग दबाव के बावजूद इस मामले में पीछे नहीं हट रहे थे. सीनियर आईएएस उनसे खफा हो गए थे. • उन्हें मोटी घूस की पेशकश भी कई गई थी, लेकिन अनुराग नहीं माने. लिहाजा उन्हें धमकियां मिलने लगीं. • मैंने अपने कार्यकाल में कई घोटाले पकड़े थे. मैंने भी अपने सीनियर आईएएस से मदद मांगी थी, कोई मदद नहीं मिली थी.
अनुराग के परिजनों को पत्र लिखकर मदद करने की बात की है
विजयकुमार के अनुसार, उन्होंने अनुराग के परिजनों को पत्र लिखकर मदद करने की बात की है. उन्होंने यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी समेत कई अन्य अधिकारियों को अपने दावे के समर्थन में दस्तावेज भी दिए हैं. रिटायर्ड आईएएस विजयकुमार ने अनुराग की मौत को सामान्य मानने से इनकार किया है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कर्नाटक में सीनियर आईएएस अफसर अपने जूनियर्स का शोषण करते हैं.
भ्रष्टाचार के मामले दबाने के लिए 'IAS माफिया' हावी रहता है
यहां भ्रष्टाचार के मामले दबाने के लिए 'IAS माफिया' हावी रहता है. विजयकुमार ने दावा किया कि सर्विस में रहने के दौरान तीन बार उनकी हत्या की भी कोशिश की गई, जिसकी जानकारी वह शासन को देते रहे, लेकिन सीएम सिद्धारमैया ने कोई ऐक्शन नहीं लिया. अनुराग तिवारी की मौत भी एक सोची-समझी साजिश है. इसकी निष्पक्ष और ठीक ढंग से जांच होनी चाहिए.
मौत की विदेश की किसी फरेंसिक लैब से जांच करवाने की मांग की है
उन्होंने अनुराग की मौत की विदेश की किसी फरेंसिक लैब से जांच करवाने की मांग की है. उनका आरोप है कि 'IAS माफिया' इस कदर ताकतवर है कि वह जांच की दिशा बदलवाने की भी ताकत रखता है. विजय ने कहा कि अनुराग की मौत की जांच कर रही एसआईटी उनसे कभी भी संपर्क कर सकती है, वह पूरी मदद करेंगे. अनुराग के भाई मयंक तिवारी ने बताया कि मंगलवार सुबह कर्नाटक के रिटायर्ड आईएएस का पत्र मिला है.