मुंबई:  मुंबई में परसों हुई भारी बारिश ने बीएमसी की पोल तो खोली ही. साथ ही कई लोगों के लिए ये मौत की बारिश साबित हुई. बारिश के बाद आई बाढ़ में कुछ लोग बह गए, जिनकी तलाश में फायर ब्रिगेड से लेकर बीएमसी के कर्मचारी तक लगे हैं. मौसम विभाग ने आज भी मुंबई और दिल्ली समेत उत्तर भारत में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है.


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बारिश से 5 की मौत, 7 लापता


मुंबई में बारिश की वजह से अबतक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, बारिश के बाद से सात लोग लापता हैं. मुंबई में बारिश फिलहाल रुकी हुई है लेकिन मुसीबत बरकरार है. कई इलाकों में अभी भी पानी जमा है. मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक तेज बारिश का अनुमान लगाया है.


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रात भर स्टेशनों और ट्रेनों में फंसे रहे लोग


बीएमसी का बजट तो करोड़ों का है, लेकिन हर बारिश में वो इसी तरह घुटने टेके नजर आती है. सिर्फ 12 घंटों की बारिश में मुंबई में हर तरफ तबाही के निशान बिखरे हुए हैं. लोकल ट्रेनें मुंबई की लाइफलाइन हैं लेकिन एक दिन की बारिश के बाद भी लोकन ठप पड़ी रही. हालत ये है कि रात भर स्टेशनों या ट्रेनों में फंसे लोगों को सुबह बारिश रुकने के बाद भी खुद पैदल चलकर अपनी मंजिल तय करनी पड़ी.


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क्या हुआ बीएमसी के वादे का ?


2005 में बीएमसी ने वादा किया था कि अब मुंबई को कभी भी ऐसे हालातों का सामना नहीं करना पड़ेगा. इस वादे के नाम पर करोड़ो रुपए के प्रोजेक्ट शुरू किए गए. एक कमेटी बनाई गई जिसने कहा कि मॉनसून में अचानक आने वाले पानी को हटाने के लिए खास पंपिंग स्टेशन होने चाहिए. 8 पंपिंग स्टेशन बनाने का प्लान हुआ, लेकिन उनमें से 5 ही अभी काम कर पा रहे हैं. तीन पंपिंग स्टेशन अब भी काम नहीं कर पा रहे.


बड़ा बजट होने के बावजूद मुंबई में हाहाकार


मॉनसून में बारिश के बाद पानी को निकालने के लिए दो फेज में 58 प्रोजेक्ट बनने थे. 18 जून की एक रिपोर्ट के मुताबिक उन 58 में से अब तक सिर्फ 28 प्रोजेक्ट ही तैयार हो पाए.  मुम्बई महानगपालिका का सालाना बजट 37000 करोड़ है जो कि कई छोटे राज्यों के बजट से भी बड़ा है. लेकिन इतना बड़ा बजट होने के बावजूद हर मानसून में मुंबई मर मर कर जीने को मजबूर होते हैं.


क्यों जमा होता है बारिश का पानी?


मुंबई में बारिश होते ही पानी भर जाने का सबसे बड़ा कारण है वहां का घटिया ड्रेनेज सिस्टम, यानी पानी निकालने की सही व्यवस्था न होना. इस बार भी ऐसा ही हुआ बारिश रुकने के 12 घंटे बाद तक मुंबई के कई इलाकों में पानी भरा हुआ था. आपको ये याद दिला दें कि 26 जुलाई 2005 को मुंबई में 944 मिमी पानी बरसा था, जबकि कल सिर्फ 325 मिमी बारिश हुई.