नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल खत्म होने वाला है. ऐसे में भावी राष्ट्रपति को लेकर राजनीतिक गलियारे में कवायदें तेज हो गई हैं. इस बीच केंद्र में विपक्ष को एक झटका लगा है. क्योंकि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बुधवार को कहा है कि पार्टी के मुखिया शरद पवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विपक्षी पार्टियों का संयुक्त राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की पेशकश ठुकरा दी है.


पवार ने कहा था कि 'मेरे नाम पर विचार नहीं होना चाहिए'


राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, "पिछले महीने हुई बैठक में सोनिया गांधी ने शरद पवार से संयुक्त विपक्ष का राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने का अनुरोध किया था. हालांकि पवार उनके इस अनुरोध को ठुकरा दिया. पवार ने कहा था कि 'मेरे नाम पर विचार नहीं होना चाहिए'." मलिक ने कहा कि पवार पहले ही कह चुके हैं कि वह चुनाव लड़ने में रूचि नहीं रखते.


विपक्ष का एक राष्ट्रपति उम्मीदवार खड़ा करने में लगी हुई हैं


सोनिया सभी विपक्षी दलों को एकजुट कर सर्वसम्मति से विपक्ष का एक राष्ट्रपति उम्मीदवार खड़ा करने में लगी हुई हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसी सिलसिले में मंगलवार को सोनिया से मुलाकात की और सर्वसम्मति से तय किए गए राष्ट्रपति उम्मीदवार के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया.


सोनिया, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला से भी मुलाकात कर चुकी हैं


सोनिया इस सिलसिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मुलायम सिंह यादव और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुखिया लालू प्रसाद से बात की है. इसके अलावा वह जनता दल(युनाइटेड) के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुखिया शरद पवार, मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला से भी मुलाकात कर चुकी हैं.


मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है


मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने अब तक अपने राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर कोई संकेत नहीं दिया है. हालांकि, रह रहकर कई नाम सामने आते हैं लेकिन मुहर किसी पर नहीं लगी है.