Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा के बीच बीते कई दिनों से बयानबाजी का दौर जारी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) तो ये तक कह चुके हैं कि अगर वो (उपेंद्र कुशवाहा) पार्टी में रहना चाहते हैं तो रहें और जाना चाहते हैं को वो उनकी इच्छा. अब इस पर उपेंद्र कुशवाहा ने प्रतिक्रिया दी है.


उन्होंने शुक्रवार को कहा, "दो चार पांच दिनों में मेरे बारे में कई तरह की बात चल रही हैं, उस बात में सीएम भी शामिल हो गए हैं... मैं सीएम से जानना चाहता हूं कि सबसे पहले किसने शुरुआत की, जब हम दिल्ली के अस्पताल में भर्ती थे, उस दौरान उन्होंने मीडिया से कहा था कि उपेंद्र कुछवाहा जी से कह दीजिए कि वो हमसे बात करें."


'मुख्यमंत्री ने हमें फोन करके नहीं बुलाया'


उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार से सवाल करते हुए कहा कि हम पार्टी के किस मंच पर बात करें. उन्होंने कहा, "हमने तो पहले ही कहा कि हमारी मांग पर बैठक बुलाएं तब ही तो बात होगी, बिना पार्टी मंच कैसे बात करें." उपेंद्र कुशवाहा ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने एक बार भी हमें फोन करके नहीं बुलाया, लेकिन जब-जब जरूरत पड़ी तो हमने उनसे हर एक बार पार्टी के बारे में बात की.


'पार्टी की कमजोरी की बात किसी से छिपी नहीं है'


कुशवाहा ने कहा कि आज भी जिस दिन मुख्यमंत्री कहेंगे हम उसी दिन उनके बुलावे पर जाएंगे और पार्टी के हितों की बात करेंगे. पार्टी की कमजोरी के बारे में किसी से बात छिपी नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के बारे में थोड़ा गंभीर होने की जरूरत है, लेकिन आज तक उस दिशा में पार्टी के मजबूत करने के बारे में कोई बात नहीं हुई है.


नीतीश कुमार को उपेंद्र कुशवाहा की नसीहत


कुशवाहा ने बिहार सरकार की कैबिनेट पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि मंत्री परिषद में दो तरह के लोग हैं, कुछ तो सत्ता भोगने वाले हैं, 95 प्रतिशत लोग संघर्ष वाले नहीं हैं. कुशवाहा ने नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए कहा कि आप खुद ही इच्छा से काम कीजिए, ना कि दूसरों की इच्छा से. उन्होंने कहा, "परायों को अपना बनाने की कोशिश कीजिए."


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