नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे किसानों के आंदोलन का आज 25वां दिन है. कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इसी बीच यूएस बेस्ड 2 सिख एनजीओ ने टिकरी बॉर्डर पर किसानों को टॉयलेट, गीजर और टेंट की सुविधा मुहैया कराने का फैसला किया है.


इस विषय पर बात करते हुए सिख पंचायत फ्रेमोंट कैलिफ़ोर्निया के होशियारपुर समन्वयक एसपी सिंह खालसा ने बताया कि जिन जगहों पर प्रदर्शन किया जा रहा है, वहां बुनियादी सुविधाओं की कमी है. ऐसे में प्रदर्शनकारी किसानों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है. उन्होंने बताया कि किसानों के लिए बुनियादी सुविधाओं का ख्याल रखना उनका कर्तव्य है.


एसपी सिंह खालसा ने दी ये जानकारी


उन्होंने कहा, "हमने उन जगहों के लिए 200 पोर्टेबल टॉयलेट और गीजर दान में देने का फैसला किया है. साथ ही कहा कि किसानों की मांग जायज है और हम चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द नए कृषि कानूनों को वापस ले. उन्होंने कहा कि किसानों को रहने में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए हमने टेंट का भी इंतजाम कराया है.


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किसानों के समर्थन में कई एनआरआई भी आगे आए


किसानों के समर्थन में कई एनआरआई भी आगे आए हैं. दिल्ली से सटे बॉर्डरों पर किसानों को तरह-तरह की सुविधाएं दी जा रही है. वहीं, खाने का भी पूरा इंतज़ाम किया गया है. किसानों के आराम के लिए बेड भी लगाए गए हैं. उन जगहों पर मेडिकल फैसिलिटी भी उपलब्ध कराई गई है. हज़ारों की संख्या में किसान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. उनका कहना है कि जब तक सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेगी, तब तक वे इसी तरह प्रदर्शन करते रहेंगे.

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