भारत के सरकारी अफसरों को घूस देने में अव्वल हैं अमेरिकी कंपनियां! 5 सालों में तोड़े भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड
अमेरिका सरकार के दस्तावेजों के मुताबिक Albemarle Corporation ने भारत में घूसकांड को अंजाम साल 2009 से 2015 के बीच में दिया था और घूसकांड में इस कंपनी ने रिश्वत की राशि को फर्जी बिल से दिखाया था.
भारत में इस वक्त एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा अडानी ग्रुप और अमेरिका में उसके खिलाफ भारतीय सरकारी अधिकारियों को घूस देने के आरोपों पर रहा मुकदमा है, लेकिन सिर्फ अडानी ग्रुप नहीं एबीपी न्यूज की पड़ताल में सामने आया है कि पिछले 5 सालों में अमेरिका ने कुल 6 बड़ी कंपनियों से भारत के सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोप में हजारों करोड़ रुपयों का जुर्माना वसूल चुका है, जिसमे 5 अमेरिका कंपनियां हैं और एक ब्रिटेन की कंपनी है. साल 2019 से लेकर साल 2024 तक अमेरिका ने Foreign Corrupt Practices Act के तहत भारतीय अधिकारियों को घूस देने के मामलों में कुल 1 हजार 634 करोड़ से ज्यादा की राशि वसूली है.
जिन 6 कंपनियों से अमेरिका ने भारतीय अधिकारयों को घूस देने के मामलों में जुर्माना वसूला है उसका नाम है Oracle Corporation, Cognizant Technology Solutions, Beam Suntory Inc., Albemarle Corporation, WPP PLC और Moog Inc. बताते चलें कि इन सभी कंपनियों के दफ्तर भारत में भी स्थित हैं.
Albemarle से कुल 883 करोड़ का जुर्माना वसूला
शुरुआत करते हैं अमेरिकी कंपनी Albemarle Corporation से. यह एक प्रमुख Chemical और लिथियम उत्पादक कंपनी है और भारत में यह कंपनी सरकारी PSU Indian Oil को Catalyst सप्लाई करती थी. एबीपी न्यूज के पास मौजूद अमेरिका के Securities and Exchange Commission (SEC) के दस्तावेजों के मुताबिक इस कंपनी ने भारत में कॉन्ट्रैक्ट लेने के लिए और उसे जारी रखने के लिए भारतीय अधिकारियों को 22 करोड़ 51 लाख रुपयों से ज्यादा की रिश्वत दी थी, जिसका पता अमेरिकी सरकार को लगने पर कंपनी पर अमेरिका में मामला दर्ज किया गया और साल 2023 में अमेरिकी सरकार ने Albemarle से कुल 883 करोड़ का जुर्माना वसूला था.
अमेरिका सरकार के दस्तावेजों के मुताबिक Albemarle Corporation ने भारत में घूसकांड को अंजाम साल 2009 से 2015 के बीच में दिया था और घूसकांड में इस कंपनी ने रिश्वत की राशि को फर्जी बिल से दिखाया था.
अमेरिकी सरकार और अमेरिकी कंपनी के बीच जुर्माना राशि तय हुई थी
इसी तरह इस साल अदानी ग्रुप पर मामला दर्ज करने से कुछ ही दिन पहले अक्टूबर में अमेरिकी सरकार और अमेरिकी कंपनी Moog Inc के बीच जुर्माना राशि तय हुई थी. अमेरिकी सरकार के मुताबिक अमेरिकी कंपनी Moog Inc ने अपनी भारतीय शाखा Moog Motion Controls Private Limited (MMCPL) की ओर से भारत में रेलवे और HAL के अधिकारियों को 4 करोड़ से ज्यादा रुपए की घूस दी थी, जिसके बाद इसी साल इस अमेरिकी कंपनी ने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अमेरिकी सरकार को 14 करोड़ 45 लाख से ज्यादा रुपए का भुगतान किया है. SEC के दस्तावेजों के मुताबिक Moog inc ने भारत में घूसकांड को 2011 से 2014 तक अंजाम दिया था.
भारत में सरकारी अफसरों को लाइसेंस के लिए दी थी रिश्वत
भारत में सरकारी अधिकारियों को घूस खिलाने और अमेरिका में जुर्माना भरने के मामले में अगली कंपनी है शराब निर्माता कंपनी Beam Suntory Inc. SEC के दस्तावेजों के मुताबिक भारत में सरकारी अफसरों को लाइसेंस के लिए कुल 17 करोड़ 16 लाख से ज्यादा रुपयों की रिश्वत दी थी, जिसके बाद रिश्वत के आरोपों पर कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए साल 2020 में Beam Suntory Inc ने अमेरिकी सरकार को 166 करोड़ 96 लाख से ज्यादा रुपए का जुर्माना अदा किया था. Beam Suntory Inc ने घूसकांड को 2006 से 2012 तक अंजाम दिया था.
इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की मंजूरी के लिए दिए थे 30 करोड़
इन तीनों अमेरिकी कंपनियों के अलावा एक बड़ा नाम आता है अमेरिकी IT कंपनी Cognizant Technology Solutions का जिसने अमेरिकी सरकार के SEC के मुताबिक भारत में सरकारी अफसरों को अपने आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की मंजूरी के लिए 30 करोड़ से ज्यादा की घूस दी थी, जिसके बाद अमेरिकी सरकार के आरोपों को मान कर साल 2019 में 212 करोड़ से ज्यादा का जुर्माना अमेरिकी सरकार को भुगतान किया था. Cognizant ने सरकारी अधिकारियों की घूस वाली खरीद फरोख्त 2013 से 2016 में की थी.
अमेरिकी सरकार को दिए थे 195 करोड़ 50 लाख रुपये
इसी तरह अमरीकी की एक और IT कंपनी Oracle Corporation ने SEC के दस्तावेजों के मुताबिक भारत में कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों को 3 करोड़ 25 लाख रुपयों से ज्यादा की घूस साल 2019 में दी थी और इस घूसखोरी को मानने के बाद Oracle को कुल 195 करोड़ 50 लाख से ज्यादा रुपयों का जुर्माना अमेरिका की सरकार को देना पड़ा है.
आंकड़ों के मुताबिक पिछले 5 सालों में अमेरिकी कंपनियों ने भारत में सरकारी अधिकारियों को घूस देने के मामलों में आरोप कबूल करके कुल 1 हजार 471 करोड़ रुपयों से ज्यादा का जुर्माना भरा है. साथ ही भारत के सरकारी अधिकारियों को 76.92 करोड़ रुपये की घूस देने की बात सामने आ चुकी है.
ब्रिटिश कंपनी पर अमेरिकी सरकार ने लगाया था आरोप
अमेरिकी कंपनी के अलावा ब्रिटिश एडवर्टाइजमेंट कंपनी WPP PLC भी उन कंपनियों में शामिल है, जिसने पिछले 5 वर्षों में अमेरिकी सरकार को भारतीय सरकारी अधिकारियों को घूस देने के आरोप पर जुर्माना दिया है. एबीपी न्यूज के पास मौजूद दस्तावेजों के मुताबिक ब्रिटिश कंपनी WPP PLC पर अमेरिकी सरकार ने आरोप लगाया था कि इस कंपनी ने भारत में सरकारी विज्ञापन के लिए सरकारी अधिकारियों को 8 करोड़ 30 लाख से ज्यादा की घूस दी है. जिसके बाद WPP ने अमेरिकी सरकार के घूस वाले आरोपों को मान कर अमेरिकी सरकार को कुल 161 करोड़ 69 लाख रुपयों का जुर्माना साल 2021 में भरा है.
सरकारी अफसरों को घूस देने के आरोप में 1 हजार 634 रुपयों से ज्यादा जुर्माना वसूला
यानी कुल मिलाकर अमेरिका पिछले 5 सालों में दुनिया की 6 बड़ी कंपनियों से भारत में सरकारी अफसरों को घूस देने के आरोप में 1 हजार 634 करोड़ रुपयों से ज्यादा का जुर्माना वसूल चुका है, जबकि इन 6 कंपनियों ने भारत के सरकारी अधिकारियों को कुल 85 करोड़ से ज्यादा की घूस देने के मामले SEC सार्वजनिक कर चुका है.
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