नई दिल्ली: भारतीय मूल के गुरबीर ग्रेवाल अमेरिका के सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन में एक अहम भूमिका निभाने जा रहे हैं. न्यू जर्सी राज्य में अटॉर्नी जनरल पद पर रहे गुरबीर को एसइसी अधिकारियों ने बोर्ड के प्रमुख पद संभालने का आग्रह किया है.
मिली जानकारी के मुताबिक गुरबीर आज से नया काम शुरू करने जा रहे हैं. बताते चले गुरबीर ने रंगभेद और अश्वेतों के खिलाफ नफरत को लेकर एक अहम कदम उठाया था. गुरबीर न्यू जर्सी में अपनी पत्नी (पेशे से डॉक्टर) और अपनी तीन बेटियों के साथ रहते हैं. वहीं, अब बोर्ड के प्रमुख पद के लिए उन्हें वॉशिंगटन जाना होगा.
न्याय केवल गिरफ्तारियों या सजा की संख्या नहीं है- गुरबीर
बताते चले, बीते शुक्रवार न्यू जर्सी में विदाई भाषण में कहा कि, "न्याय केवल गिरफ्तारियों या सजा की संख्या नहीं है. बल्कि न्याय उन मामलों से भी जुड़ा है जिन्हें दर्ज नहीं किया जाता. न्याय उन लोगों से भी जुड़ा है जो अपराधिक न्याय के दायरे से बाहर रहे हैं."
गुरबीर ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के खिलाफ कई मुकदमों में हिस्सा लिया
आपको बता दें, आज से करीब साढ़े तीन साल पहले गुरबीर को अटॉनी जनरल बनाए जाने के बाद गुरबीर ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के खिलाफ कई मुकदमों में हिस्सा लिया. गुरबीर के कई आलोचक भी रहे. कई वकीलों ने उनके आपराधिक न्याय सुधारों को बेहद कमजोर भी करार किया.
गुरबीर ने बलप्रयोग की नई सीमा भी तय की. गुरबीर की नीति के मुताबिक, अगर पुलिसकर्मी अपने किसी सहयोगी को अतिरिक्त बलप्रयोग करते देखते हैं तो उनका दखल देना जरूरी है.
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