नई दिल्ली: डॉनल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पाकिस्तान को अमेरिका से बड़ा झटका लगा है. अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में पठानकोट हमले के मास्टर माइंड और जैश ए मोहम्मद चीफ मसूद अजहर पर बैन लगाने की अर्जी दी है. अमेरिका की इस अर्जी का चीन ने विरोध किया है.


इस खबर के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, ''हमें इस बारे में जानकारी मिली है और हम चीन की सरकार के सामने इस मुद्दे को उठाया है.''


चीन पहले भी कर चुका है चालबाजी!
चीन इससे पहले भी चालबाजी दिखाते हुए मसूद अजहर को आतंकी घोषित होने से बचा लिया था. भारत भी मसूद अजहर को बैन करने की अर्जी दे चुका है. चीन को छोड़कर सुरक्षा परिषद के बाकी 14 सदस्य देश मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने के पक्ष में थे.


कौन है मसूद अजहर?
मौलाना मसूद अजहर जैश-ए- मोहम्मद नाम के आंतकी संगठन का मुखिया है . मसूद अजहर ने खुलेआम पठानकोट एयरबेस पर हमला करनेवाले आतंकियों की तारीफ की थी और हमले को करामात बताया था.


मसूद अजहर वही आतंकी है जिसे 1994 में जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों की वजह से गिरफ्तार किया गया था लेकिन 1999 में इंडियन एयरलाइंस की अगवा फ्लाइट 814 के यात्रियों की रिहाई के बदले कांधार ले जाकर रिहा कर दिया गया.


पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना से पहले मसूद अजहर हरकर-उल-अंसार नाम के आंतकी संगठन से जुड़ा था और इसने जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी वारदातों को अंजाम दिया था. मौलाना मसूद अजहर और उसके संगठन जैश-ए- मोहम्मद पर 2001 में भारत की संसद पर हमला करने का भी आरोप है.a