नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच सीमा पर तनातनी जारी है. दोनों ही देश ताजा विवाद को आपस में सुलझाने की बात कर रहे हैं. इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि हम मध्यस्थता के लिए तैयार हैं.


उन्होंने ट्वीट कर कहा ''हमने भारत और चीन दोनों को सूचित किया है कि अमेरिका इस समय जोर पकड़ रहे सीमा विवाद में मध्यस्थता करने के लिए तैयार है, इच्छुक है और सक्षम है.''


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की बात भी कर चुके हैं. हालांकि भारत ने उनके प्रस्ताव को सिरे से ठुकरा दिया. अब ट्रंप ने चीन के साथ मध्यस्थता की बात कही है.






इसी महीने की शुरुआत से भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनातनी बढ़ रही है. चीन ने अपने तंबू लगाये तो भारत की सेना भी सामने आ खड़ी हुई. अब खबर है कि लद्दाख में तीन-चार ऐसे फ्लैश प्वाइंट हैं जहां स्थिति गंभीर है. लेकिन हर मोर्चे पर भारतीय सेना ने अपनी बढ़त बना रखी है. भारत की तैनाती के बाद गैलवान घाटी में चीन के सैनिक कैंप में चले गए हैं.


ताजा विवाद क्या है?
गैलवान घाटी और पैंगोंग त्सो लेक के करीब फिंगर एरिया में दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे के आमने सामने आ गए हैं यानि 'फेसऑफ' की स्थिति है. इसके अलावा डेमचोक में भी तनाव जैसी स्थिति बन रही है. कुल मिलाकर लद्दाख में तीन-चार ऐसे फ्लैश-पाइंट हैं जहां स्थिति गंभीर तो है लेकिन भारतीय सेना के नियंत्रण में है.


सेना प्रमुख की बैठक


आज सेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे ने आर्मी कमांडर्स के साथ बैठक की. इस बैठक में चीन को लेकर भी चर्चा हुई है. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. ये बैठक इसलिए अहम है क्योंकि इसमें सेना की ऑपरेशनल तैयारियों पर बात हो रही है. इससे पहले मंगलवार को पीएम मोदी ने सीमा पर चीन के साथ बढ़ रही तनातनी पर चर्चा की थी. इस दौरान तीनों सेना ने अपनी तैयारियों का ब्लूप्रिंट दिया था.


सीमा पर तनातनी के बीच सेनाध्यक्ष के साथ आर्मी कमांडर्स की बैठक जारी, चीन पर हुई चर्चा