Bilateral Meeting With Joe Biden: क्वॉड समिट में 24 मई को पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की द्विपक्षीय वार्ता होगी. व्हाइट हाउस के तरफ से आए बयान में इस बात का खुलासा हुआ है. ये वार्ता जापान में 24 मई को होगी. तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जापान में क्वाड नेताओं की आमने-सामने की दूसरी शिखर वार्ता से चारों देशों के नेताओं को समूह द्वारा उठाए गए कदमों में हुई प्रगति की समीक्षा करने का मौका मिलेगा.


उन्होंने ये भी कहा कि इस वार्ता से हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रम के साथ ही आपसी हितों से जुड़े वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा करने का अवसर भी प्राप्त होगा. जापान की दो दिवसीय (23-24 मई) यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने एक बयान जारी कर कहा कि इस यात्रा के दौरान वह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे, जिसमें बहु-आयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा होगी.






भारत-जापान की विशेष रणनीति पर होगा जोर


मोदी ने कहा कि हम क्षेत्रीय घटनाक्रम और समसामयिक वैश्विक मुद्दों पर भी संवाद जारी रखेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जापान के अपने समकक्ष फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर टोक्यो जाएंगे. उन्होंने कहा कि मार्च 2022 में उन्होंने 14वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए किशिदा की मेजबानी की थी. मोदी ने कहा कि टोक्यो की मेरी यात्रा के दौरान, मैं भारत-जापान विशेष रणनीतिक एवं वैश्विक भागीदारी को मजबूत करने के उद्देश्य से हमारी बातचीत को जारी रखने की उम्मीद करता हूं.


ऑस्ट्रेलिया के पीएम के साथ वैश्विक मुद्दों पर होगी बातचीत


उन्होंने कहा कि जापान में वह क्वॉड नेताओं की आमने-सामने की दूसरी शिखर वार्ता में भी हिस्सा लेंगे, जिससे चार क्वाड देशों के नेताओं को क्वाड के कदमों की प्रगति की समीक्षा करने का अवसर मिलेगा. क्वाड सुरक्षा संवाद में भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के नेता शामिल होंगे. मोदी ने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज पहली बार क्वाड शिखर वार्ता में हिस्सा लेंगे. उन्होंने कहा कि मैं उनके साथ द्विपक्षीय बैठक को लेकर उत्साहित हूं, जिसमें वृहद रणनीतिक साझेदारी के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बहुआयामी सहयोग और परस्पर हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा कि भारत और जापान के बीच आर्थिक सहयोग उनकी विशेष रणनीति और वैश्विक साझेदारी का महत्वपूर्ण आयाम है.


जापान के साथ आर्थिक सहयोग की मजबूत पर रहेगा ध्यान


उन्होंने कहा कि मार्च की शिखर वार्ता के दौरान, प्रधानमंत्री किशिदा और मैंने जापान से भारत में सार्वजनिक तथा निजी निवेश और वित्त पोषण को अगले पांच वर्षों में पांच ‘ट्रिलियन’ जापानी येन तक पहुंचाने की हमारी मंशा की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि आगामी यात्रा के दौरान मैं इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए हमारे देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और मजबूत बनाने के लक्ष्य के साथ जापान के प्रमुख उद्योगपतियों से मुलाकात करूंगा.


मोदी ने कहा कि जापान में भारतीय समुदाय के करीब 40,000 लोग रहते हैं, जो जापान के साथ हमारे संबंधों में महत्वपूर्ण हैं और वह उनसे मुलाकात करने के लिए उत्साहित हैं. प्रधानमंत्री मोदी की जापान यात्रा ऐसे समय हो रही है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है.