नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत और अमेरिका स्वच्छ और ग्रीन तकनीक के लिए 2030 के एजेंडे पर ‘रचनात्मक सहयोग’ कर सकते हैं. इससे पहले जलवायु मुद्दों पर अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मोदी ने उल्लेख किया कि भारत पेरिस समझौते के तहत योगदान देने को लेकर प्रतिबद्ध है और भारत उन देशों में शामिल है जो इन प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं. मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी के साथ शानदार बातचीत हुई. पर्यावरण के संबंध में कदम उठाने के लिए उनका जुनून और प्रतिबद्धता सराहनीय है.’’
प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘अमेरिका और भारत पर्यावरण के संबंध में स्वच्छ और ग्रीन तकनीक के लिए 2030 के एजेंडा पर रचानात्मक सहयोग कर सकते हैं.’’ बयान के मुताबिक, केरी ने कहा कि अमेरिका ग्रीन तकनीक के साथ जलवायु योजना को लेकर भारत की मदद करता रहेगा.
फिलहाल जॉन केरी के अनुसार भारत को ग्रीन तकनीक और जलवायु से संबंधी किसी भी योजना में अमेरिका हमेशा सहयोग के लिए साथ खड़ा रहेगा. इसके साथ ही भारतीय प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि ग्रीन तकनीक के क्षेत्र में विकास करने के लिए अमेरिका के सहयोग से विश्व के कई देशों पर इसका काफी अच्छा और सकारात्माक प्रभाव पड़ेगा.
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