US-Russia Relation: यूक्रेन पर हमले के बाद से ही रूस पर तमाम देशों ने प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए थे. इसमें सबसे ज्यादा और कड़े प्रतिबंध अमेरिका की तरफ से लगाए गए. अमेरिका ने एक बार फिर रूस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अमेरिका की तरफ से एक कंपनी पर आरोप लगाए गए हैं कि उसने मिलिट्री टेक्नोलॉजी की जानकारी हासिल कर रूसी यूजर्स को सप्लाई करने का काम किया. इससे जुड़ी दो कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने का एलान किया गया है. 


रूसी नागरिक पर क्या हैं आरोप
अमेरिका के ट्रेजरी डिपार्टमेंट की तरफ से बताया गया है कि रूसी नागरिक यूरी यूरीविच के खिलाफ ये प्रतिबंध लगाए गए हैं. इस शख्स पर आरोप है कि ये एक खरीद एजेंट की तरह काम करता है. इस शख्स ने अपनी दो कंपनियों के जरिए अलग-अलग तरह की टेक्नोलॉजी को खरीदा और उन्हें रूस भेजने का काम किया. 


यूएस ट्रेजरी के डिप्टी सेक्रेट्री वैली अडेमो ने बताया कि रूस के खिलाफ हमारे सहयोगी देश लगातार प्रतिबंध लगा रहे हैं. ऐसे में रूस जंग के बीच लगातार अपने इनपुट और टेक्नोलॉजी को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है. उन्होंने कहा कि रूस जंग में लगातार हताश हो रहा है. युद्ध के मैदान पर तमाम तरह के प्रतिबंधों का रूस पर सीधा असर पड़ा है. 


यूक्रेन में लगातार सुलग रही चिंगारी
एक तरफ अमेरिका जैसे देश रूस के खिलाफ मोर्चा खोलने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ रूस लगातार यूक्रेन पर बम बरसा रहा है. क्रीमिया में एक ब्रिज पर हुए धमाके के बाद से पुतिन की सनक और ज्यादा बढ़ गई और यूक्रेन पर हमले तेज हो गए. इसी के चलते अब दुनिया के तमाम देश अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दे रहे हैं. यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास ने भी हमले तेज होते देख भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ने की सलाह दी है. दूतावास ने एक बयान जारी कर भारतीय नागरिकों से यूक्रेन की यात्रा नहीं करने की भी सलाह दी है. 


दूतावास ने कहा, “बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और हाल में खराब होते हालात को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को यूक्रेन की यात्रा नहीं करने की सलाह दी जाती है. फिलहाल यूक्रेन में रह रहे छात्रों सहित भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जाती है.”


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