भारत-अमेरिका सुरक्षा सहयोग पर चर्चा में US ने साझा किए अपराधियों और आतंकियों से संबंधित इनपुट: विदेश मंत्रालय
MEA On India-US Security Cooperation: भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक, हाल में भारत-अमेरिका सुरक्षा सहयोग पर चर्चा के दौरान अमेरिकी पक्ष ने अपराधियों और आतंकियों से संबंधित इनपुट साझा किए हैं.
India-US Security Cooperation: भारत-अमेरिका सुरक्षा सहयोग के मुद्दे पर हाल में चर्चा के दौरान अमेरिकी पक्ष ने संगठित अपराधियों, बंदूक चलाने वालों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के बीच सांठगांठ से संबंधित कुछ इनपुट साझा किए है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी बुधवार (22 नवंबर) को दी.
विदेश मंत्रालय की ओर से यह बयान उस दिन आया है जब जब ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने कहा है कि अमेरिका ने उसकी धरती पर सिख चरमपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नून को मारने के प्रयास को विफल कर दिया था.
'इनपुट दोनों देशों के लिए चिंता का कारण'
ब्रिटिश अखबार की खबर के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि इनपुट दोनों देशों के लिए चिंता का कारण हैं और उन्हें लेकर दोनों देशों की ओर से फॉलोअप कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है.
'संबंधित विभाग पहले से ही कर रहे जांच'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अपनी ओर से भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है क्योंकि यह हमारे अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर भी प्रभाव डालता है. मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी इनपुट के संदर्भ में मुद्दों की जांच पहले से ही संबंधित विभागों की ओर से की जा रही है.
During the course of recent discussions on India-US security cooperation, the US side shared some inputs pertaining to nexus between organized criminals, gun runners, terrorists and others. The inputs are a cause of concern for both countries and they decided to take necessary… pic.twitter.com/Pv3gkRwO6U
— ANI (@ANI) November 22, 2023
हम ऐसी चर्चाओं पर टिप्पणी नहीं करते- अमेरिकी दूतावास
सीएनबीसीटीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक, फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट पर अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा, "हम अपने सहयोगियों के साथ राजनयिक, कानून प्रवर्तन या खुफिया चर्चाओं पर टिप्पणी नहीं करते हैं."
बता दें कि फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट कनाडा की ओर से खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाए जाने के लगभग दो महीने बाद आई है. भारत ने कनाडा के आरोपों को खारिज कर दिया था और उन्हें बेतुका करार दिया था.
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