'2030 तक 73 फीसदी बढ़ सकता है हथियारों का बाजार', स्टडी में किया गया दावा
दावे के मुताबिक, भारत, पाकिस्तान और चीन अपने परमाणु आयुध भंडार को बढ़ाएंगे, जिससे यह वृद्धि तेज हो सकती है. इस वजह से बाजार का आकार 12,600 करोड़ डॉलर के पार जा सकता है.
अमेरिका की संस्था अलाइड मार्केट रिसर्च की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हथियारों का अंतरराष्ट्रीय बाजार 73 फीसदी तक बढ़ सकता है. ये बढ़ोतरी साल 2030 तक होने का दावा किया गया है. दावे के मुताबिक, भारत, पाकिस्तान और चीन अपने परमाणु आयुध भंडार को बढ़ाएंगे, जिससे यह वृद्धि तेज हो सकती है. इस वजह से बाजार का आकार 12,600 करोड़ डॉलर के पार जा सकता है.
रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में इस बाजार का आकार 7,300 करोड़ डॉलर था. कोरोना महामारी के दौरान पूरे रक्षा क्षेत्र पर असर हुआ और मंदी आई, लेकिन हालात अब बदल चुके हैं. उत्तरी अमेरिकी देश 2020 में आधे बाजार की खरीद करते थे, यहां भी अब बदलाव होंगे और भारत, पाकिस्तान और चीन प्रमुख खरीदार बन सकते हैं. उन्हें अपने परमाणु आयुध भंडार में वृद्धि की जरूरत महसूस होने लगी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, 2030 तक सालाना रक्षा बजट में 5.4 प्रतिशत वृद्धि हो सकती है. भू-राजनीतिक संघर्षों में वृद्धि और रक्षा बजट आवंटन में वृद्धि ने वैश्विक परमाणु मिसाइलों के विकास को बढ़ावा दिया है.
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बीते हफ्ते रिकॉर्ड शांतिकालीन राष्ट्रीय रक्षा बजट की मांग अमेरिका में की थी. इसका लक्ष्य परमाणु मिसाइलों, सबमरीन, बॉम्बर विमानों आदि का आधुनिकीकरण है. अनुमान है कि ज्यादातर खरीद छोटी मिसाइलों की होगी जो परमाणु बम ले जाने की क्षमता से युक्त हों. इन्हें विमान से लेकर जमीन से भी प्रक्षेपित किया जा सकता है.
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