भारत में अमेरिकी वीजा के लिए आवेदनों की बाढ़, महीनों का वेटिंग टाइम, US बढ़ा रहा अधिकारियों की संख्या
भारतीयों को वीजा देने के लिए अमेरिका ने बड़े कदम उठाए हैं. कोरोना संकटकाल के बाद वीज़ा आवेदकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है. महीनों की वेटिंग है. जानिए अमेरिकी अधिकारियों का क्या कहना है.
US Visa for Indians: कोरोना-संकट काल के बाद अमेरिका (United states of America) जाने के लिए भारतीयों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी देखी गई है. यहां से वीजा आवेदक इतने ज्यादा हैं कि अमेरिकी कॉन्सुलेट ना केवल छुट्टी के दिन काम कर रहा है बल्कि विदेशों से अपने अधिकारियों को भारत बुलाकर यहां की वीजा प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रयास कर रहा है.
यह जानकारी मुंबई स्थित अमेरिकी (यूएस) कॉन्सुलेट जनरल (U.S. Consulate General) के हवाले से सामने आई है. अब अमेरिका जाने की चाहत रखने वाले भारतीयों के वीजा आवेदन में रिकॉर्ड इजाफा हुआ है और सेंटरों पर भीड़ लग गई है.
अमेरिकी अधिकारी बोले- प्रक्रिया में ला रहे हैं तेजी
मुंबई के बीकेसी इलाके के अमेरिका के कॉन्सुलेट के बाहर हजारों लोगों की भीड़ उन भारतीय नागरिकों की है, जिन्होंने अमेरिका जाने के लिए अलग-अलग कैटेगरी में वीजा आवेदन किया है. बहुत-से आवेदनकर्ताओं ने कई महीनों का इंतज़ार किया, इसलिए अब अमेरिकी कॉन्सुलेट ने वीजा इंटरव्यू प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रयास किया है.
अमेरिकी कॉन्सुलेट के काउंसलर चीफ़ जॉन बेलार्ड (John Ballard) ने बताया कि कोरोना संकट काल के बाद भारत से अमेरिका जाने वाले भारतीयों की संख्या में रिकॉर्ड इज़ाफ़ा देखने को मिला है. वीजा आवेदक पढ़ाई के लिए, घूमने, अपने परिवार से मिलने, रिश्तेदारों से मिलने व अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए अमेरिका जाना चाहते हैं. कोरोना काल ख़त्म होने के बाद वीज़ा आवेदक इतने अधिक हो गए हैं कि वेटिंग टाइम कई महीनों का है, जिसे लगातार कम करने का प्रयास किया जा रहा है.
जॉन बेलार्ड के मुताबिक, उनका देश भारत में वीजा इंटरव्यू प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत के वीजा आवेदकों में छात्र, तकनीकी कर्मचारी एवं प्रवासियों के रूप में अमेरिका जाने वाले लोग शामिल हैं. इसके अलावा मर्चेंट नेवी के चालक दल के सदस्य भी शामिल हैं. वहीं, कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अमेरिका में स्थायी रूप से बस रहे हैं.
जॉन बेलार्ड की मानें तो मुंबई स्थित अमेरिकी कॉन्सुलेट ऑफिस के लिए वियतनाम और वॉशिंगटन से भी अधिकारियों को भारत बुलाया जा रहा है, ताकि वीज़ा प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके.
वियतनाम से आए काउंसलर ऑफिसर चार्ली ने बताया कि भारत में वीज़ा आवेदन के मामले वियतनाम से अलग हैं. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि वीजा आवेदकों को ज़्यादा समय इंतज़ार नहीं करना पड़े.
इंटरव्यू प्रक्रिया में लगने वाला समय घटा
अमेरिकी कॉन्सुलेट के स्पोक्सपर्सन ग्रेग परडो ने एबीपी न्यूज को बताया कि कामकाजी वीजा, जैसे एच-1बी, एल1 वीजा की इंटरव्यू प्रक्रिया में लगने वाला समय घटकर कुछ महीनों का हो गया है.
अमेरिका जाने वाले विदेशी छात्रों में भारतीय दूसरे नंबर पर
अमेरिका जाने वाले विदेशी छात्रों के मामले में भारत अब दुनिया में दूसरे नंबर पर है. यह बताते हुए अमेरिकी कॉन्सुलेट के स्पोक्सपर्सन ग्रेग ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों को देखते हुए भारत में वीजा प्रक्रिया को सामान्य करना हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा, ‘एक समय था जब वीज़ा साक्षात्कार नियोजन में 1,000 से ज्यादा दिन का वेटिंग टाइम लग जाता था, हालांकि अब एक को छोड़कर किसी भी वीजा कैटेगरी में कोई वेटिंग टाइम नहीं है.'
'वीज़ा रिन्यू कराने वालों को इंटरव्यू देने की ज़रूरत नहीं'
उन्होंने कहा, ''जिन लोगों को वीज़ा रिन्यू कराना है उन्हें इंटरव्यू की ज़रूरत नहीं होगी, हालांकि यह केस टू केस पर भी डिपेंड करता है. इस बारे में और अधिक जानकारी यूएस कॉन्सुलेट की वेबसाइट से ली जा सकती है.''
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