US Visas Update: भारतीयों को अमेरिकी वीजा हासिल करने के लिए तीन साल का इंतजार करने संबंधी खबरों पर विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है. मंत्रालय ने कहा है कि इस मामले पर अमेरिका से बात नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि किसी देश की वीजा प्रणाली उम्मीद के मुताबिक और कम समय लेने वाली होनी चाहिए. मीडिया में आई खबरों के अनुसार बी1 (बिजनेस) और बी2 (पर्यटक) वीजा पर अमेरिका जाने की योजना बनाने वालों को करीब तीन साल तक इंतजार करना होगा और भारत में आवेदकों के लिए इंतजार का समय करीब 1,000 दिन है.


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से जब पूछा गया कि क्या इस मामले पर अमेरिका से बात की गई है, तो उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि जब लोग कहीं जाना चाहें तो वीजा की व्‍यवस्‍था सरल होनी चाहिए. यह हमारी अपेक्षा है. औपचारिक रूप से इस मामले पर बात नहीं की गई है क्योंकि हम भी नहीं चाहेंगे कि कोई हमारी प्रणाली पर टिप्पणी करे.”


उम्मीद करते हैं कि प्रतीक्षा का समय कम किया जाएगा.


बागची ने कहा, “लेकिन हम चाहते हैं कि प्रणाली पूर्वानुमेय व सरल हो और इसमें अधिक समय न लगे. हमने यहां (अमेरिकी) दूतावास में बात की है तो उन्होंने कहा है कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रहे हैं कि अधिक समय न लगे. हम उम्मीद करते हैं कि प्रतीक्षा का समय कम किया जाएगा.”




वरिष्ठ दूतावास ने जानकारी दी


हाल ही में एक वरिष्ठ दूतावास अधिकारी ने कहा, “उन्हें आवेदन करते रहना चाहिए. एक बार जब लाइन शुरू हो जाती है और प्रतीक्षा समय कम हो जाता है, तो वे बिना किसी शुल्क के अपनी साक्षात्कार तिथि को आगे बढ़ा सकते हैं. "मानदंडों को पूरा करने वाले आवेदकों के लिए आपातकालीन नियुक्तियां दिनों के भीतर उपलब्ध हैं.


अमेरिकी विदेश विभाग ने एक ट्वीट में कहा, हम जितनी जल्दी हो सके प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. बढ़ते हुए बैकलॉग को संबोधित करने के लिए, अमेरिका ने अधिक आवेदकों को साक्षात्कार छूट के लिए योग्य बनाया है, अधिनिर्णय के लिए ड्रॉप बॉक्स मामलों को विदेशों में भेजा जा रहा है और अस्थायी कर्मचारी प्राप्त किए जा रहे हैं. जबकि छात्रों को प्रवेश के मौसम में सर्वोच्च प्राथमिकता मिलती है, सूची में अगला कुशल श्रमिकों के लिए ड्रॉप बॉक्स मामलों में तेजी लाना है.


ये भी पढ़ें: राजस्थान कांग्रेस गृहयुद्ध: गहलोत के उकसावे के बाद पायलट और पार्टी नेतृत्व के पास क्या है विकल्प?