EzriCare Eye Drops News: यूएस (US) फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने संभावित संक्रमण के कारण एजरीकेयर आई ड्रॉप्स खरीदने या उपयोग नहीं करने को लेकर चेतावनी दी है. इसमें कहा गया कि इस दवाई का इस्तेमाल करने से आंखों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है जिसके परिणामस्वरूप अंधापन (Blindness) या मौत हो सकती है. इस आई ड्रॉप का निर्माण ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से किया जाता है. एजरीकेयर आई ड्रॉप्स का निर्माण भारत में किया जाता है. कंपनी ने दवाई को वापस मंगाया है. 


केंद्र और राज्य औषधि नियामकों की दो टीम चेन्नई के नजदीक स्थित ‘ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर’ के विनिर्माण संयंत्र का निरीक्षण करेगी. दरअसल, कंपनी की ‘आई ड्रॉप’ के उपयोग से अमेरिका में कथित तौर पर लोगों की आंखों की रोशनी चले जाने के बाद उसने इस उत्पाद को बाजार से वापस ले लिया है. पीटीआई के आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. दोनों दलों में तीन-तीन अधिकारी हैं. उन्होंने बताया कि यह आई ड्रॉप भारत में नहीं बेची जा रही. 


कंपनी ने दवाई वापस मंगाई


चेन्नई स्थित दवा कंपनी ने आई ड्रॉप की खेप को वापस मंगाया है. ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर ने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा है कि वह इस प्रोडक्ट के डिस्ट्रीब्यूटर अरु फार्मा इंक/एजरीकेयर और डेलसम फार्मा को सूचित कर रही है और अनुरोध कर रही है कि दवाई को वापस लिया जाए और इसका उपयोग बंद कर देना चाहिए.






अमेरिका ने जारी की चेतावनी


यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने वार्निंग जारी करते हुए कहा कि इस दवा के इस्तेमाल से अंधापन या मौत भी हो सकती है. जो भी लोग इस दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं अगर उन्हें संक्रमण का कोई लक्षण नजर आ रहा है तो तुरंत डॉक्टर से मिले. 


सीडीसी कर रहा आई ड्रॉप्स की जांच


यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर की ओर से निर्मित एजरीकेयर आर्टिफिशियल टीयर्स आई ड्रॉप्स की बंद बोतलों का परीक्षण कर रहा है. जबकि यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने कहा कि वे इस दवाई के आयात को प्रतिबंधित कर रहे हैं. 


यूएस में कई लोगों की आंखों की रोशनी गई


अमेरिका (America) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि देश भर के डॉक्टरों को स्यूडोमोनास एरुगिनोसा (Pseudomonas Aeruginosa) को लेकर सतर्क कर दिया गया है, जिससे एक दर्जन राज्यों में कम से कम 55 लोग प्रभावित हुए हैं और कम से कम एक मौत हुई है. अब तक 11 में से कम से कम पांच मरीज जिनकी आंखों में सीधे संक्रमण हुआ है, उनकी आंखों की रोशनी चली गई है.


ये भी पढ़ें- 


Tripura Election 2023: त्रिपुरा में लेफ्ट ने जारी किया घोषणापत्र, 2.5 लाख नई नौकरी के साथ पुरानी पेंशन बहाल करने का वादा