US responds to BJP’s allegation: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हाल में ही आरोप लगया था कि अमेरिका देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है. बीजेपी के इन आरोपों पर अब अमेरिकी दूतावास का बयान सामने आया है. 


अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने आरोपों को निराशाजनक बताया है. नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने शनिवार (7 दिसंबर) को कहा कि यह निराशाजनक है कि भारत में सत्तारूढ़ पार्टी इस तरह के आरोप लगाती है.


बीजेपी ने लगाए थे आरोप 


बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि अमेरिका के डीप स्टेट में मौजूद तत्वों ने पत्रकारों के एक समूह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ मिलकर भारत की विकास की कहानी में रोड़ा अटकाया है. उन्होंने कहा था कि यह सब अमेरिकी विदेश विभाग के साथ मिलकर किया जा रहा है.


उनका यह बयान अमेरिकी न्याय विभाग और बाजार नियामक प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग द्वारा अमेरिकी अदालतों में गौतम अडानी, उनके भतीजे और उनके समूह पर रिश्वतखोरी, विनिमय धोखाधड़ी और अमेरिकी कानून के अन्य कथित उल्लंघनों के लिए अभियोग दायर करने के कुछ दिनों बाद आया था.


'पीएम मोदी को कमजोर करने की साजिश'


बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने विदेशी वेब पोर्टल संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग परियोजना (ओसीसीआरपी) की रिपोर्ट का हवाला देने के लिए भी राहुल गांधी की आलोचना की थी. इस रिपोर्ट में अडानी समूह और सरकार के बीच कथित निकटता को लेकर निशाना साधा गया था. संबित पात्रा ने कहा था कि ये सब आरोप PM मोदी को कमजोर करने के लिए लगाए जा रहे हैं. 


भाजपा प्रवक्ता ने फ्रांसीसी पोर्टल मीडियापार्ट की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि ओसीसीआरपी को अमेरिकी एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट और अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस जैसे "अन्य डीप स्टेट हस्तियों" द्वारा वित्त पोषित किया गया था. भाजपा ने कहा, "डीप स्टेट का स्पष्ट उद्देश्य प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाकर भारत को अस्थिर करना था."


USA ने दिया जवाब 


अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा, "अमेरिकी सरकार पत्रकारों के लिए पेशेवर विकास और क्षमता निर्माण प्रशिक्षण का समर्थन करने वाले कार्यक्रमों पर स्वतंत्र संगठनों के साथ काम करती है. यह कार्यक्रम इन संगठनों के संपादकीय निर्णयों या दिशा को प्रभावित नहीं करता है."