गोरखपुर: गोरखपुर में 5वीं में पढ़ने वाले एक छात्र ने टीचर की सजा से दुखी होकर खुदकुशी कर ली. मरने से पहले छात्र ने सुसाइड नोट में अपनी आखिरी इच्छा में लिखा था कि मेरी मैम से कहें कि इतनी बड़ी सजा किसी को न दें.


11 साल का 5वीं क्लास में पढ़ने वाला नवनीत प्रकाश ने 15 सितंबर को क्लास टीचर की सजा से तंग आकर जहर खा लिया था. कल उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया. सेंट एंथोनीज कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ने वाले नवनीत की क्लास टीचर ने उसे किस तरह की सजा दी थी. ये उसने खुदकुशी से पहले लिखे सुसाइड नोट में भी बयां किया है. जिसे सुनकर हर मां-बाप का कलेजा दर्द से भर आएगा.

‘’पापा, आज 15 सितंबर मेरा पहला एग्जाम था. मेरी मैम क्लास टीचर ने मुझे सवा 9 तक रुलाया और खड़ा रखा, इसलिए क्योंकि वह चापलूसों की बात मानती हैं. उनकी किसी बात का विश्वास मत करिएगा. कल उन्होंने मुझे तीन पीरियड खड़ा रखा. आज मैंने सोच लिया है कि मैं मरने वाला हूं. मेरी आखिरी इच्छा मेरी मैम को किसी बच्चे को इतनी बड़ी सजा न देने को कहें.

अलविदा पापा-मम्पी और दीदी.’’

परिवार के मुताबिक नवनीत पढ़ने में होनहार था. उसकी नजरों में गुरू का स्थान कितना बड़ा था .ये उसने अपनी डायरी में भी लिख रखा था .

हीरों-वीरों का देश है ये

गुरू-वीरों का देश है ये

बुद्ध क्राइस्ट का

महावीर का

ऋषि-मुनि का देश है ये

लेकिन उसकी गुरू ही उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी विलेन बन जाएंगी किसी ने नहीं सपने में भी नहीं सोचा होगा. बच्चे के परिवार वालों ने आरोपी टीचर और स्कूल के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है.

इस मामले में अभी तक स्कूल प्रबंधन की ओर से कोई सफाई नहीं आई. अभी गुरुग्राम के स्कूल में प्रद्युम्न की हत्या का मामला सुलझा भी नहीं है कि गोरखपुर की इस घटना ने एक बार फिर स्कूल के अंदर मासूमों के साथ होने बर्ताव पर सवाल खड़ा कर दिया है.