नई दिल्ली: प्रवासियों की वापसी से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. बाराबंकी जिला ग्रीन से रेड जोन में तब्दील हो गया है. ढील के बाद खुले बाजारों को बंद कराया गया है. बाराबंकी में 20 मई को अचानक एक साथ एक दिन में 95 कोरोना के पॉजिटिव केस आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया. इसके बाद जगह-जगह हॉटस्पॉट बनाए गए और दर्जनों इलाकों को सील कर दिया गया.


प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा, ''जब से भारी संख्या में अन्य राज्यों से प्रवासी श्रमिक और कामगार लौट रहे हैं, तब से संक्रमण के मामले भी अधिक सामने आ रहे हैं. अब तक 1230 प्रवासी श्रमिक संक्रमित निकले हैं.'' उन्होंने बताया कि ''जब से प्रवासी श्रमिकों और कामगारों के नमूने लेने शुरू किये हैं, पाजिटिव मामलों की संख्या बढ रही है. आशा कार्यकर्ताओं ने प्रवासी श्रमिकों और कामगारों के घर-घर जाकर पांच लाख 42 हजार 543 प्रवासी श्रमिकों से संपर्क किया और 46,142 के नमूने एकत्र किये. इनमें से 1230 प्रवासी श्रमिक संक्रमित निकले.''


प्रसाद ने बताया कि ''2194 संक्रमित लोग विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं जबकि 13,178 लोगों को पृथकवास केन्द्रों पर रखा गया है. उन्होंने बताया कि अब कोविड-19 अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़कर लगभग 78, 500 हो गयी है.''


यूपी में अबतक 138 लोगों की मौत


उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 5515 मामले हैं, जिनमें से 2173 ऐसे मरीजों के मामले हैं जिनका इलाज चल रहा है और 3204 मरीज ठीक हो चुके हैं. राज्य में इस संक्रमण की वजह से अब तक जान गंवाने वालों की संख्या 138 हो गयी है. मौत के 11 नये मामलों में दो गोरखपुर में, एक एक आगरा, कानपुर, लखनऊ, फिरोजाबाद, अलीगढ., एटा, प्रतापगढ. अयोध्या और चित्रकूट के हैं.


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