UP BJP Office Bearers List Released: लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में कमर कस ली है. भूपेंद्र चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति के बाद उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी में बदलाव को लेकर लगातार सुगबुगाहट बनी हुई थी. आज (25 मार्च) उस सुगबुगाहट को विराम लगा जब पदाधिकारियों की नियुक्ति का पत्र देर शाम सामने आया. भारी-भरकम टीम में 18 प्रदेश उपाध्यक्ष, 7 प्रदेश महामंत्री, 16 प्रदेश मंत्री, साथ ही दूसरे पदाधिकारियों को नियुक्ति मिली है. 


इस सूची में बहुत ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. पिछली सूची की तुलना में तकरीबन 20 फीसदी ही नाम बदले गए हैं जैसा कि बीजेपी के स्वभाव में देखने को मिलता है. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जातियों का समायोजन देखने को मिल रहा है, जहां पिछड़ी जातियों की भागीदारी का पूरा ख्याल रखा गया है, साथ ही महिलाओं को भी सूची में पर्याप्त जगह दी गई है. सूची में 10 से ज्यादा महिलाओं को जगह दी गई है जिससे पर्याप्त भागीदारी भी दिखाई दे रही है.


कहां से किसका कटा पत्ता, किसको मिली लिस्ट में जगह?


पदाधिकारियों की सूची को ध्यान से देखें तो इसमें रजनीश माहेश्वरी जो कि ब्रज क्षेत्र से और महेश श्रीवास्तव जो कि काशी क्षेत्र से क्षेत्रीय अध्यक्ष थे, उनका पत्ता कटा हुआ दिखाई दिया. साथ ही मोहित बेनीवाल जो कि पश्चिम क्षेत्र से, धर्मेंद्र सिंह गोरखपुर, मानवेंद्र सिंह कानपुर क्षेत्र से थे, उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष की नियुक्ति दी गई है. प्रकाश पाल जो पहले प्रदेश उपाध्यक्ष थे, उन्हें कानपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति दी गई है.


सूची पर लोकसभा चुनाव की भी छाप साफ-साफ देखने को मिली है, जहां सुरेश पासी जो पिछली सरकार में मंत्री थे, इस सरकार में कोई भूमिका न मिलने की स्थिति में उनका समायोजन पदाधिकारियों की सूची में किया गया है. साथ ही संजय राय जो कि गाजीपुर क्षेत्र से आते हैं, विधानसभा चुनाव और पिछले लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को गाजीपुर में हार का सामना करना पड़ा था, उनका भी समायोजन इस सूची में किया गया है.


'यह टीम नई ऊर्जा और पुराने अनुभव को मिलाकर तैयार'


इस सूची का इंतजार बीजेपी कार्यकर्ता बेसब्री से कर रहे थे. हर ओर सूची को लेकर ही चर्चा थी. अब सूची के सामने आ जाने के बाद, बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि यह टीम नई ऊर्जा और पुराने अनुभव को मिलाकर तैयार की गई है. 2024 चुनाव से पहले यह और मजबूती बीजेपी को देगी जिससे आगामी चुनाव में 2019 से ज्यादा अच्छे परिणाम सामने आएंगे.


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