Yogi Adityanath On Lok Sabha Elections: फिलवक्त सियासत का सबसे बड़ा मुद्दा साल 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) हैं. इसी मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में कई बाते रखीं. उन्होंने कहा कि विपक्ष इस वक्त गुमराह और भ्रष्ट है. विपक्ष का कोई नेशनल एजेंडा नहीं रहा है. यही कारण है कि जनता भी उन्हें गंभीरता से नहीं ले रही है. 


2024 चुनाव के बड़े मुद्दे को लेकर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी की 10 साल की सभी उपलब्धियां बड़ा मुद्दा होंगी. चाहे वह आध्यात्मिक हो या फिर आर्थिक हो. चाहे गरीब कल्याण योजना हो या फिर वैश्विक मंच पर भारत के सम्मान की हो. इन्हीं उपलब्धियों के बल पर भारतीय जनता पार्टी 2024 में चुनाव लड़ेगी. 


क्या होगा 2024 का मुद्दा?


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो कुछ भी देश के हित में होगा, केंद्र सरकार उसके लिए काम कर रही है. चुनाव के लिए किसी तरह का मुद्दा नहीं है. जिस चीज की जरूरत पड़ेगी, बीजेपी उस तरह के ही कदम उठाएगी. इससे पहले भी वह अपने कई इंटरव्यू में इस बात को दोहरा चुके हैं कि फिलहाल बीजेपी को किसी पार्टी से कोई डर नहीं है, क्योंकि बीजेपी पूरी ईमानदारी से अपना काम कर रही है और जनता तक हर सुविधा पहुंचा रही है. 


इंवेस्टमेंट के लिए जाना जाता है यूपी


सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश इंवेस्टमेंट के लिए जाना जाता है. यूपी के ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग (Ease Of Doing Business Ranking) में भी सुधार हुआ है. बेरोजगारी दर 19 प्रतिशत से 3 प्रतिशत हो गया है. बजट पर विपक्ष के हंगामे को लेकर उन्होंने कहा कि जब भी देश कुछ अच्छा काम करता है तो विपक्ष ऐसे समय पर अड़ंगा डालने और माहौल को खराब करने का काम करता है. 


'2024 लोकसभा चुनाव में कोई मुकाबला नहीं'


सीएम ने कहा कि जब तक राहुल गांधी जैसे नेता विपक्ष में हैं, तब तक बीजेपी के लिए चीजें सरल रह सकती हैं. अगर भारत की आजादी के 75 साल उनके लिए कोई मायने रखते हैं तो विपक्ष अमृत काल का मजाक नहीं उड़ाता. बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं का कहना है कि 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी का कोई मुकाबला नहीं, वह तीसरी बार फिर लौटेंगे. देश की जनता पीएम मोदी के साथ है. 


अडानी मुद्दे पर क्या बोले सीएम योगी


इसके अलावा उन्होंने अडानी के मुद्दे को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि हमें इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि इनवेस्टमेंट के लिए उद्योग जगत की उपस्थिति जरूरी है. उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग भारत का विकास नहीं देखना चाहते हैं. उन्होंने इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय साजिश की ओर भी इशारा किया. वहीं, लखनऊ का नाम बदलने के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि हम नाम बदलने के पहले घोषणा नहीं करते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि लखनऊ का ऐतिहासिक महत्व है. लखनऊ काफी प्राचीन नाम है और अभी यह रहने जा रहा है.



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