नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कहर के बीच उत्तर प्रदेश में सियासत का दौर जारी है. कांग्रेस और बीजेपी के बीच बस को लेकर शुरू हुई राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. अब यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को बस विवाद में जमानत मिलने के बाद फिर गिरफ्तार कर लिया गया है. देर रात लखनऊ में न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेशी के बाद लल्लू 14 दिन के लिए जेल भेजे गए हैं.
अजय लल्लू को लखनऊ पुलिस ने रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया था. इसके बाद महानगर में उनका मेडिकल के साथ कोरोना टेस्ट भी करवाया गया. कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू अस्थाई जेल में रहेंगे. आगरा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ़्तारी के बाद लखनऊ पुलिस देर रात उन्हें राजधानी लेकर पहुंची थी.
अजय लल्लू को लखनऊ लाने की सूचना पुलिस को पहले से ही थी इसके चलते हजरतगंज से लेकर महानगर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई. पुलिस ने लल्लू का मेडिकल चेकअप कराया और कोरोना जांच करवाई इसके बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने उन्हे पेश किया गया जहां से उन्हे 14 दिन कि न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. अजय लल्लू के लखनऊ लाने की सूचना जैसे ही पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को मिली, वो मिलने पहुंच गए. हालांकि भारी पुलिस बल होने के चलते कोई उनसे मिल नहीं सका.
लल्लू ने राजस्थान-यूपी सीमा पर बसों को रोके जाने का विरोध किया था
लल्लू को आगरा में लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था, जब उन्होंने राजस्थान-यूपी सीमा पर बसों को रोके जाने का विरोध किया था. आगरा की एक अदालत ने उन्हें बुधवार को जमानत दे दी. लेकिन उन्हें बाद में लखनऊ के एक थाने में दर्ज एक अन्य प्राथमिकी के संबंध में फिर गिरफ्तार कर लिया गया. लखनऊ में मंगलवार को दर्ज प्राथमिकी में लल्लू और प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह पर धोखाधड़ी और दस्तावेजों में हेरफेर का आरोप लगाया गया है.
यह भी पढ़ें-
1 जून से रोजाना चलने वाली 200 ट्रेनों के लिए आज सुबह 10 बजे से शुरू होगी ऑनलाइन बुकिंग