कोरोना के खतरे के मद्देनजर यूपी सरकार ने उठाए कड़े कदम, वैक्सीन की कमी न होने का दावा
राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. लखनऊ में गुरुवार से 15 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा की गई है.
लखनऊ: कोरोना के मामलों ने उत्तर प्रदेश में भी बड़ी छलांग लगाई है. गुरुवार को प्रदेश में करीब साढ़े आठ हजार नए मामले सामने आए हैं. अचानक से बढ़ रहे कोरोना के खतरे को देखते हुए राज्य की योगी सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. प्रदेश में राजधानी लखनऊ समेत कुल 8 जिलों में नाइट कर्फ्यू शुरू हो चुका है. खुद मुख्यमंत्री जमीनी हकीकत से रूबरू होने वाराणसी और प्रयागराज के दौरे पर निकले तो वहीं सीएम के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री को क्रमशः 4-4 pजिलों का दौरा करने भेजा गया है.
यूपी में गुरुवार को 2 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की गई. इसके अलावा हर जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चल रही है. यूपी सरकार में स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने एबीपी न्यूज़ से बताया कि प्रदेश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. उन्होंने दावा किया कि 8 लाख एडिशनल वैक्सीन प्रदेश के पास रहती है. सभी सेंटर्स पर जरूरत के हिसाब से वैक्सीन पहुंचाई जा रही है. अतुल गर्ग ने महाराष्ट्र सरकार के दावे को राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप बताते हुए कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि वैक्सीन होते हुए भी इस तरह से झूठ बोला जा रहा है.
राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. लखनऊ में गुरुवार से 15 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा की गई है. बुधवार को जहां 1333 नए मरीज सामने आए. वहीं गुरुवार को ये आंकड़ा बढ़कर 23 के पार चला गया. जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश खुद नवीन मंडी और पुराने लखनऊ में स्थिति का मुआयना करने घूमते रहे तो वहीं चौराहों पर पुलिस मास्क न पहनने वालों का चालान काटकर जागरूकता बढ़ाने की कोशिश में जुटी हुई है.
वैक्सीन की कमी नहीं
लखनऊ के डिस्ट्रिक्ट इम्युनिटी अफसर डॉ. एमके सिंह ने बताया कि जिले में वैक्सीन की कोई किल्लत नहीं है. सरकारी अस्पतालों में, सीएचसी, पीएचसी और निजी अस्पतालों में जहां भी वैक्सीनेशन हो रहा है, वहां जरूरत के हिसाब से वैक्सीन पहुंचाई जा रही है. उन्होंने बताया कि कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग का दायरा बढ़ने की वजह से नंबर्स में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें आ रही हैं कि पिछली बार से अलग इस बार संक्रमित व्यक्ति का संक्रमण उसके परिवार वालों को ज्यादा हो रहा है.
उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन की कमी के आरोप लग रहे हैं. ऐसे में हमने ऐशबाग सीएचसी की पड़ताल की तो पाया कि कुछ लोग लाइन में खड़े हैं. वैक्सीन लगवाने आए लोगों ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा 10 से 15 मिनट का इंतजार करना पड़ रहा है लेकिन वैक्सीनेशन में कोई दिक्कत नहीं है. लोगों का कहना है कि उन्हें ऐसी कोई परेशानी नहीं जिसकी शिकायत वो करें. वैक्सीन लगने में फिलहाल यूपी में दिक्कत की खबर नहीं मिल रही है.
यूपी सरकार के लिए अब चुनौती वो लोग होंगे जो लॉकडाउन के डर से महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से पलायन कर यूपी की तरफ आ रहे हैं. ट्रेनों, बसों से आने वाले लोगों पर विशेष निगरानी की जा रही है. सरकार कांट्रेक्ट ट्रेसिंग और बाहर से आने वालों पर इसीलिए निगरानी कर रही है ताकी स्थिति इससे ज्यादा न बिगड़े.
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