Loudspeaker in UP: बिना विवाद यूपी में हट रहे मंदिर और मस्जिद से लाउडस्पीकर, राज ठाकरे ने भी की योगी आदित्यनाथ की तारीफ
Loudspeaker: लाउडस्पीकर का मुद्दा कई राज्यों में पहुंच चुका है. यूपी भी इससे अछूता नहीं है, पर यहां जिस तरह योगी सरकार एक्शन ले रही है, उसकी तारीफ हर जगह हो रही है. अभी तक यहां कोई विरोध नहीं हुआ है.
Uttar Pradesh Government Action on Loudspeaker: महाराष्ट्र से शुरू हुआ लाउडस्पीकर का मुद्दा धीरे-धीरे देश के कई राज्यों तक पहुंच चुका है. अधिकतर जगह राज्य सरकारों ने इन्हें हटाने के निर्देश दिए हैं. इनमें से कई राज्यों में इन्हें लेकर विवाद भी हो रहा है. इन सबके बीच एक ऐसा प्रदेश भी है जो काफी संवेदनशील है, और यहां सबसे तेजी से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं, लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि यहां बिल्कुल भी विवाद नहीं हो रहा है. आज लाउडस्पीकर के मुद्दे पर यूपी पूरे देश में मिसाल बन रहा है. आइए जानते हैं कि क्या है इसके पीछे की वजह.
हर धार्मिक स्थल पर एक्शन
सीएम योगी के आदेश के बाद प्रदेश में मंडल और जिलों से लेकर तहसील और ब्लॉक स्तर तक बिना अनुमति और नियमों का उल्लंघन करने वाले लाउडस्पीकरों को हटाया जा जा रहा है. इस काम में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं हो रहा है. मंदिर, मस्जिद, चर्च और अन्य धार्मिक स्थलों से भी लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं. किसी को भी कोई राहत नहीं दी जा रही है.
धार्मिक गुरु भी कर रहे स्वागत
अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने बताया कि यहां शुरू से ही निर्धारित मानकों के तहत लाउडस्पीकर बजाए जा रहे हैं. पूर्व में लगे लाउडस्पीकरों की संख्या भी कम की गई है. धार्मिक स्थलों पर नियमों को ताक पर रखकर लगे लाउडस्पीकर हटाने का सीएम का फैसला सराहनीय है. हम इसका स्वागत करते हैं. वहीं, बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबार अंसारी का कहना है कि, लाउडस्पीकर हटाने का फ़ैसला अच्छा है. मुसलमानों को कोई एतराज नहीं है. अजान की आवाज खुद ब खुद पहुंच जाती है. धार्मिक ग्रंथों को कम आवाज में पढ़ा जाना अच्छा है. इबादत शांति में ही अच्छी होती है. जहां ढोल-मजीरा बजेगा वहां हुड़दंग होता है.
लखनऊ में नहीं हुआ विरोध
लखनऊ के चौक इलाके में 114 मस्जिद और 49 मंदिर हैं. यहां शनिवार को जहां-जहां लाउडस्पीकर नियमों को तोड़ता मिला, उन्हें उतरवा दिया गया. कई लाउडस्पीकर जिनकी आवाज तेज थी उन्हें कम कराया गया. पूरी कार्रवाई के दौरान कहीं भी कोई विरोध या हंगामा नहीं हुआ. यही कहानी बाकी शहरों की भी है. अभी तक कहीं से भी इस कार्रवाई के विरोध की खबर नहीं आई है.
आंकड़ों पर एक नजर
उत्तर प्रदेश में 29 अप्रैल तक बड़ी संख्या में लाउडस्पीकर हटाए गए हैं. बरेली जोन में 9835 लाउडस्पीकर हटाए गए, लखनऊ जोन से 5183, गोरखपुर जोन से 4149, वाराणसी जोन से 4407, मेरठ जोन से 7330, प्रयागराज से 1828, आगरा जोन से 1618 और कानपुर जोन से 1403 लाउडस्पीकर को मिलाकर कुल 12 जगहों से 37 हजार से ज्यादा लाउडस्पीकर हटाए जा चुके हैं. इसके अलावा 54 हजार से ज्यादा लाउडस्पीकर की आवाज मानकों के मुताबिक धीमी करा दी गई है.
राज ठाकरे ने भी की तारीफ
इस विवाद को शुरू करने वाले मनसे चीफ राज ठाकरे ने भी योगी आदित्यनाथ की तारीफ की है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, धार्मिक स्थलों खासकर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर मैं योगी सरकार को पूरे दिल से बधाई देता हूं. दुर्भाग्य से महाराष्ट्र में कोई 'योगी' नहीं है, हमारे पास भोगी हैं. मैं ईश्वर से सद्बुद्धि देने की पार्थना करता हूं.
क्या कहते हैं सीएम
इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि मैं इस काम को कर सकता हूं औऱ मैं करूंगा, इस इच्छा शक्ति के साथ आगे हमें बढ़ना होगा. हमें समय के अनुरूप चलना होगा. इसके लिए तैयार रहना होगा. हमें अपने क्षेत्र में नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभानी होगी.
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