नई दिल्ली: तीन तलाक की पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक बड़ा सहारा देने का निर्णय लिया है. तलाक पीड़ित महिलाओं के लिए आश्रम बनेंगे जहां इन्हें खाना-पीना मिलेगा और बच्चों को शिक्षा दी जाएगी.


इससे पहले सरकार ने गरीब मुस्लिम महिलाओं की शादी कराने का फैसला लिया था. योगी की पुरानी छवि को देखते हुए सवाल उठता है आखिर योगी मुस्लिम महिलाओं पर क्यों मुख्यमंत्री हैं मेहरबान.


मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ जनात की समस्याएं सुनने के लिए जनता दरबार लगा रहे हैं. इस जनता दरबार में योगी से मिलने वाली मुस्लिम महिलाओं में बड़ी संख्या उनकी है जो तीन तलाक की सतायी हुई हैं.


पीड़ित महिलाओं के लिए बड़ा फैसला
तीन तलाक की पीड़ित ऐसी महिलाओं की फरियाद के बाद योगी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. योगी सरकार ने वैसे ही आश्रम खोलने का फैसला किया है जैसे आश्रम विधवाओं के लिए बने हुए हैं. ऐसे आश्रमों में पीड़ित महिलाओं के रहने और खाने पीने के साथ उनके बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था होगी. साथ ही उनको सिलाई, कंप्यूटर और स्व-रोजगार की भी सुविधा दी जाएगी ताकि वो फिर से अपने पैरों पर खड़ी हो सकें. पूरे राज्य में इस तरह के आश्रम बनाने के लिए योगी सरकार वक्फ की जमीन की जांच पड़ताल कर रही है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद तीन तलाक के मुद्दे को लेकर गंभीर हैं. चुनावी रैलियों में पीएम मोदी जोर-शोर से इस मुद्दे को उठाते रहे हैं. यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को ऐतिहासिक जीत मिली. माना जाता है कि तलाक के मुद्दे पर बीजेपी को मुस्लिम महिलाओं का समर्थन मिला था. 2019 में लोकसभा चुनाव है. जाहिर है योगी प्रधानमंत्री मोदी की जीत के लिए सभी वर्ग के मतदाताओं का समर्थन हासिल करना चाहते हैं. a