UP Man Cremated Wrong Body: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के शाहजहांपुर (Shahjahanpur) से एक बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति द्वारा अपने पिता के शव (Body) का अंतिम संस्कार (Cremated) करने के एक हफ्ते बाद, यह पता चला कि वह जीवित है और एक अस्पताल में भर्ती है.
पुलिस ने बताया कि परिवार ने एक अज्ञात व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर दिया, जहां एक तरफ तो परिवार बुजुर्ग के जिंदा होने पर खुश है, वहीं अज्ञात लाश का अंतिम संस्कार करने की बात सोचकर सकते में है. पुलिस के सामने अब यह गुत्थी हल करने की चुनौती है कि आखिर जिस व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया गया वह कौन था? बहराल पुलिस इस बात की जांच करने में जुट गई है.
बेटे ने किया शव का अंतिम संस्कार
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) संजय कुमार ने कह कि अजीजगंज थाना क्षेत्र (Azizganj Police Station Area) के अंतर्गत 22 अगस्त को 60 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति (Unidentified Man) का शव मिला था. अगले दिन लखीमपुर खीरी के एक इंद्र कुमार थाने पहुंचे और मृतक की पहचान उसके पिता राणा लाल के रूप में की. पुलिस ने शव को इंद्र को सौंप दिया, जो इसे अपने गांव ले गए और हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अपने परिवार के साथ शव का अंतिम संस्कार किया. पुलिस ने बताया कि परिवार 13 दिन का शोक मना रहा है.
मामले में ऐसे आया नया मोड़
इस मामले में उस समय आया जब 29 अगस्त को गांव का एक निवासी अपने किसी मरीज को देखने के लिए मेडिकल कॉलेज गया. वह व्यक्ति अस्पताल के बेड पर बुजुर्ग राणा को देखकर हैरान रह गया. इंद्र कुमार को अस्पताल से फोन कर बताया गया कि उनके पिता का एक दुर्घटना में पैर टूट गया है और वह यहां भर्ती हैं. उनके पैर पर प्लास्टर चढ़ाया गया है और उनकी हालत सामान्य है.
बुजुर्ग के जिंदा होने की खबर मिलते ही शोक में डूबा परिवार खुशी से झूम उठा. पुलिस अधिकारी ने कहा कि इंद्र कुमार थाने पहुंचा और पुलिस अधिकारियों को घटनाक्रम की जानकारी दी. पुलिस ने बताया उन्होंने हमें लिखित में भी दिया है कि उन्होंने शव को अपने बुजुर्ग पिता का शव समझ लिया था. मामले की जांच की जा रही है.
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