Uttar Pradesh Politics: बीजेपी ने पूछा- अगर अखिलेश यादव की सरकार बनी तो कृष्ण जन्म भूमि मुक्त होगी ?
Uttar Pradesh Politics: अखिलेश यादव ने कई बार अपने को भगवान कृष्ण का भक्त बताया है. उन्होंने अपने पैतृक गांव सैफई में कृष्ण की मूर्ति लगाई है.
Uttar Pradesh Politics: राम जन्म भूमि पर फैसला आ गया. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी शुरू हो गया है. भगवान राम के नाम पर राजनीति पहले भी होती थी, आगे भी होती रहेगी. इस बार के यूपी चुनाव में धीरे धीरे ही सही कृष्ण जन्म भूमि पर भी माहौल गरमाने की तैयारी है. मामला अभी मथुरा की अदालत में है, लेकिन बीजेपी ने अब इसी बहाने अखिलेश यादव के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री से बीजेपी ने भगवान कृष्ण के नाम पर कसम खाने को कहा है.
अखिलेश यादव ने कई बार अपने को भगवान कृष्ण का भक्त बताया है. उन्होंने अपने पैतृक गांव सैफई में कृष्ण की मूर्ति लगाई है. जब भी राम के बहाने बीजेपी उन पर हमला करती है तो अखिलेश कृष्ण भक्त बन कर अपना बचाव करते रहे हैं. अयोध्या के राम मंदिर तो कभी उनका जाना नहीं हो पाया, लेकिन बांके बिहारी के दरबार में कई बार हाज़िरी लगा चुके हैं. अब बीजेपी उनकी कृष्ण भक्ति की छवि खंडित करने की रणनीति पर काम कर रही है.
पार्टी ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा है कि अखिलेश यादव इस बात का एलान करें कि अगर यूपी में उनकी सरकार बनती है तो कृष्ण जन्म भूमि को मस्जिद के अवैध कब्ज़े से ख़ाली करवाएंगे. बीजेपी नेता और युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री रहे आभिजात मिश्र ने ट्वीट कर अखिलेश को चुनौती दी है. पार्टी के कुछ और भी नेताओं ने ऐसी ही मांग की है.
मथुरा में कृष्ण जन्म भूमि को लेकर विवाद रहा है. मंदिर के बगल में ही ईदगाह मस्जिद है. हिंदू पक्ष का कहना है कि मस्जिद के ठीक नीचे भगवान कृष्ण की जन्म भूमि है. उनका दावा है कि पहले इस जगह पर मंदिर था जिसे औरंगजेब ने ध्वस्त करा कर मस्जिद बनवा दिया था. अभी ये केस कोर्ट में चल रहा है. बीजेपी और उसके सहयोगी संगठन के कार्यकर्ता नारे लगाते रहे हैं अयोध्या तो झांकी है, काशी मथुरा बाकी है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी के बड़े नेता इस नारे पर अभी तो मौन हैं. लेकिन बाकी नेता भविष्य की राजनैतिक संभावनायें तलाश रहे हैं.
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